एनडी हिन्दुस्तान
कुरुक्षेत्र । धर्मनगरी में रहते हुए बच्चों को शिक्षा के साथ भगवान श्री कृष्ण के मुखारविंद से उत्पन्न गीता तथा तीर्थ स्थलों की जानकारी होनी चाहिए। इस कार्य में शिक्षण संस्थाओं का योगदान जरूरी है। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) शिविर के छठे दिन तीर्थ स्थलों का भ्रमण करवाया गया। इसी अवसर पर सभी स्वयं सेविकाओं को जिओ गीता संस्थान भी ले जाया गया। जिओ गीता संस्थान में छात्राओं को म्यूजियम गौशाला घुमाया गया। उन्होंने वहां पर दिखाए जाने वाले लेजर शो का भी आनंद उठाया। इस भ्रमण के दौरान स्वयंसेवी छात्राओं को गीता के ज्ञान से जुड़ी कई रोचक बातों का पता लगा। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिए गए गीता के सार को भी जाना। एनएसएस शिविर में विश्वविद्यालय के विधि संस्थान से 7 लोगों की टीम भी आई। इस टीम में तीन असिस्टेंट प्रोफेसर डा. आरुषि मित्तल, डा. अंजू बाला तथा डा. पूजा शामिल थे। इसके अतिरिक्त लॉ कॉलेज के तीन विद्यार्थी भी शामिल हुए। जिनमें पूजा राठी, श्वेता तथा विनय लांबा शामिल रहे। विधि संस्थान की टीम ने स्वयं सेविकाओं को अपने अधिकारों के प्रति भी जागरूक किया तथा समाज में लागू नियम और कानून के बारे में भी बताया। कानून की पढ़ाई को लेकर भी उन्होंने छात्राओं को जागरूक किया। कानून की पढ़ाई आने वाले समय में वह कैसे कर सकते हैं। किस तरह से किसी विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया जा सकता है और किस तरह से आप अच्छी पद पर पहुंच सकते हैं। उन्होंने समाज में चल रही कुरीतियों के खिलाफ भारत सरकार द्वारा बनाए गए कानून के बारे में भी बच्चों को अवगत करवाया। इस कार्यक्रम में प्राध्यापिका मीनू का काफी सहयोग मिला। सुमन गौतम ने मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम अधिकारी भावना की देखरेख में सभी गतिविधियां संपन्न हुई।