भीषण सर्दी के बावजूद मकड़ौली टोल पर एकत्रित हुए सैकड़ों किसान
किसानों ने केंद्र सरकार को दी कड़े शब्दों में चेतावनी
MSP समेत किसानों की सभी मांगे मानकर तुरंत लागू करे सरकार
एनडी हिन्दुस्तान
रोहतक । पंजाब के किसान संगठनों के आह्वान का असर आज देश भर में देखने को मिला। हरियाणा के रोहतक में भी सैकड़ों किसानों ने एकजुट होकर पानीपत रोहतक स्टेट हाइवे पर मकड़ौली टोल प्लाजा पर केंद्र सरकार की शव यात्रा निकाली और जोरदार नारेबाजी के बीच प्रधानमंत्री मोदी का पुतला जलाया। किसान नेताओं ने केंद्र सरकार से MSP समेत तमाम मांगे मानकर लागू करने का आग्रह भी किया और कहा कि किसानों की मांगे सरकार पहले भी स्वीकार कर चुकी है और इनमें कुछ भी नया नहीं है लिहाजा केंद्र सरकार को तुरंत प्रभाव से सभी मांगे मानकर लागू कर देनी चाहिए। करीब 46 दिन से आमरण अनशन पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की लगातार गिर रही सेहत को लेकर भी किसानों ने चिंता जाहिर की। इससे पहले किसान नेत्री मोनिका नैन और उमेद सरपंच की अगुवाई में सैकड़ों किसान ट्रैक्टर ट्रालियों में सवार होकर मकड़ौली टोल प्लाजा पर एकत्रित हुए। किसानों को संबोधित करते हुए मोनिका नैन ने एकता और मजबूती की बात कही और केंद्र सरकार को चेताया कि वह किसानों के सब्र की ओर परीक्षा ना ले। उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्ग किसान नेता दल्लेवाल साहब 46 दिन से आमरण अनशन पर चल रहे हैं और उनकी हालत बेहद खराब हो चुकी है। सरकार को तुरंत प्रभाव से किसानों की सभी मांगें स्वीकार करनी चाहिए। हमारी मांगें कोई नई नहीं हैं बल्कि इन सभी मांगों के बारे में स्वयं पीएम मोदी भी सत्ता में आने से पहले लंबे चौड़े वादे करके सत्ता में आए थे लेकिन बाद में वे मुकर गए और किसानों को दिल्ली के बॉर्डर पर 13 महीने तक आंदोलन चलाते हुए साढ़े 7 सौ किसानों की शहादत देनी पड़ी। तब प्रधानमंत्री मोदी ने खुद कहा था कि एमएसपी की गारंटी दी जाएगी और किसानों की सभी मांगे मानी थी। किसान वहीं मांगें मनवाने के लिए आज पुनः आंदोलन के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमारे लोकप्रिय नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल को कुछ हुआ तो नतीजे ठीक नहीं होंगे। अब भी वक्त है सरकार नींद से जागे और हमारी मांगें स्वीकार कर लागू करे।
वहीं, किसान नेता उमेद सरपंच और रणधीर सिंह और राजू आदि समेत अन्य तमाम किसान नेताओं ने भी केंद्र सरकार को चेताते हुए कहा कि केंद्र सरकार किसानों को कमजोर समझने की भूल ना करें। हमारी सभी मांगे जायज हैं और केंद्र सरकार को उन्हें स्वीकार करना चाहिए। पंजाब के किसानों को अकेला न समझा जाए बल्कि उनके साथ हरियाणा समेत पूरे देश के किसान एकजुट हैं और पूरी किसान मजदूर कौम एक है। सभी किसान संगठन और संयुक्त किसान मोर्चा के लोग सक्रिय रूप से किसान आंदोलन में साथ आ गए हैं और अब आंदोलन और भी व्यापक होता जा रहा है। तमाम वक्ताओं ने किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की बिगड़ती हुई सेहत को लेकर बेहद चिंता जताई और कहा कि हमारे नेता को कुछ हुआ तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार को कहना चाहते हैं कि अनदेखी और हठधर्मिता छोड़कर देश के किसानों को सुने।
किसानों को संबोधित करने के बाद सभी लोग एकजुट हुए और केंद्र सरकार की शव यात्रा निकालते हुए नारेबाजी के बीच टोल प्लाजा के बीचो-बीच हाईवे पर पहुंचे और पुतले को आग के हवाले किया गया। इस मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया था ताकि किसी किस्म की अप्रिय घटना की संभावना हो तो समय रहते उचित कदम उठाए जा सकें।