हिंदी को विश्व स्तर पर मिल रहा है सम्मान : डा. जय भगवान सिंगला
एनडी हिन्दुस्तान
कुरुक्षेत्र । प्रेरणा वृद्धाश्रम के परिसर में विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी में वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं संचालक डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि हिंदी हमारे हिंदुस्तान की पहचान है। हम सभी को हिंदी बोलने में गर्व की अनुभूति होनी चाहिए। आज पूरे विश्व में हिंदी का डंका बज रहा है और पूरे विश्व में हिंदी दिवस बड़े उत्साह और प्रसन्नता के साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह अब तक के आंदोलनों का प्रभाव है कि विश्व स्तर पर हिंदी ने अपना स्थान बनाया है और हिंदी को भारत में भी हर जगह सम्मान मिल रहा है। इसी अवसर पर प्रेरणा की अध्यक्षा रेनू खुंगर ने कहा कि हिंदी हमारे हिंदुस्तान के माथे की बिंदिया है और हिंदी का मान रखने से ही हमारी परंपराएं और हमारे संस्कार जीवित रहेंगे। इस अवसर पर मंच संचालन करते हुए हरकेश पपोसा ने कहा कि सभी देश अपनी अपनी भाषाओं पर गर्व करते हैं परंतु हम अभी भी गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए हैं। अंग्रेजी को प्राथमिकता देते हैं यह बहुत अफसोसजनक है। इस आदत को शीघ्र से शीघ्र छोड़ देना चाहिए। कार्यक्रम मन प्रेरणा वृद्धाश्रम के बुजुर्गों ने भी अपने-अपने तरीके से विचार रखें। साथ ही हिंदी बोलने के संबंध में अपने जीवन के अनुभव सुनाए। हिंदी दिवस गोष्ठी में उषा सच्चर, क्षमा मल्होत्रा, बलविंदर कौर, सीता, सरला, शकुंतला, सुरक्षा, चरणजीत, अश्विनी, जोगिंदर, बलदाऊ श्रीवास्तव, चंद्रकांत डी. ठक्कर, पंकज मेहता एवं विजय अग्रवाल इत्यादि भी मौजूद रहे।
फोटो परिचय : प्रेरणा वृद्धाश्रम में विश्व हिंदी दिवस पर आयोजित गोष्ठी में लोग एवं विचार रखते हुए।