एनडी हिन्दुस्तान
कुरुक्षेत्र। प्रतिबंधित नशे मनुष्य के जीवन के लिए अभिशाप से कम नहीं व श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय का नशा मुक्ति केन्द्र भविष्य मे शुरू कर समाज को सम्र्पित किया जाएगा -प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान। नशे की लत मौत का खत। नशा एक बुराई है जीवन की सच्चाई है। नशे को छोडो जीवन से नाता जोड़ो। नशा मुक्त हरियाणा जहां दूध दही का खाना। जैसे असंख्य नारों के साथ हरियाणा के युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो प्रतिदिन एक संकल्प के साथ नशा मुक्त हरियाणा अभियान के द्वारा लोगों को जागरूक करने में जुटी हुई है। हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख/ पुलिस महानिदेशक श्री ओपी सिंह, भापुसे साहब के दिशानिर्देशों एवं मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक श्री मोहित हांडा, भापुसे और श्रीमती पंखुडी कुमार जी के आदेशानुसार हरियाणा भर में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा साइकिल के साधन का प्रयोग करते हुए इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। वे एक गाँव से दूसरे गाँव, एक शहर से दूसरे शहर और एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय तक यह अभियान लेकर पहुँच रहे हैं। । । ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि नशे को प्रतिबंधित और चेतावनी युक्त नशों में विभाजित किया जा सकता है। दोनों प्रकार के नशे मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं और भीतर तक को खोखला कर देते हैं तो भी प्रतिबंधित नशे मनुष्य के जीवन के लिए अभिशाप से कम नहीं। यदि ये नशे मनुष्य के लिए तनिक भी अच्छे होते तो सबसे पहले सरकार इनके लिए लाइसेंस जारी कर देती लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कुलपति प्रोफेसर वैद्य करतार सिंह धीमान ने बताया की जल्द ही यूनिवर्सिटी के अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र जनकल्याण को समर्पित कर दिया जायेगा जिसका लाभ समस्त प्रदेशवासियो को मिलेगा!