एनडी हिन्दुस्तान
चंडीगढ़ । पंजाब चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (पीसीसीआई) और टेक्स ट्रेड एंड सर्विसेज (टीटीएस) द्वारा आयोजित सेमिनार “जीएसटी रिफॉर्म्स – एन्हांसिंग ट्रांसपरेंसी और गुड गवर्नेंस” में टैक्स और ट्रेड सर्विसेज़ की मैनेजर, रितिका मल्होत्रा, ने कर पेशेवरों,उद्योग जगत के हितधारकों को पुरानी गाड़ियों पर जीएसटी दरों में बदलाव और इसके प्रभावों को लेकर जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि पुरानी गाड़ियों का बाजार हमेशा से ही उपभोक्ताओं और डीलर्स के लिए रोमांचक और चुनौतीपूर्ण रहा है। जीएसटी दरों में 12% से 18% तक का बदलाव, सरकार के राजस्व संग्रह को बढ़ाने और निष्पक्ष टैक्स प्रणाली को लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, इस बदलाव से शुरुआत में खरीदार और विक्रेता दोनों को झटका लगा, लेकिन ‘मार्जिन स्कीम’ ने राहत प्रदान की है, जिससे टैक्स केवल मुनाफे पर ही लागू होता है।
उन्होंने बताया कि जीएसटी दरों में बदलाव के बाद पुरानी गाड़ियों की बिक्री पर हल्का असर देखने को मिला। 12% से 18% जीएसटी बढ़ने से डीलर्स को मुनाफे पर ज्यादा टैक्स देना पड़ रहा है, जिससे कीमतों में मामूली वृद्धि हुई है। हालांकि, ‘मार्जिन स्कीम’ ने टैक्स को सिर्फ मुनाफे तक सीमित रखकर बाजार की स्थिरता बनाए रखने में मदद की है। सरकार को इस बदलाव से राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी हुई है, जो सार्वजनिक सेवाओं और बुनियादी ढांचे के लिए महत्वपूर्ण है।
सेमिनार में टैक्स और ट्रेड सर्विसेज़ की मैनेजर, कंवलप्रीत कौर, ने एनुअल रिटर्न्स और जीएसटी आर-9/9सी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इसे सही तरीके से भरने के निर्देश दिए ताकि विभाग की ओर से नॉन-कंप्लायंस के कारण शो-कॉज नोटिस न आए।
रितिका मल्होत्रा ने अंत में कहा कि हम उपभोक्ताओं और डीलर्स को यह भरोसा दिलाना चाहते हैं कि पुरानी गाड़ियों का यह बाजार टैक्स सुधारों के साथ अधिक पारदर्शी और स्थिर बनेगा। पुरानी गाड़ियों की खरीद-बिक्री अब न केवल एक व्यावसायिक निर्णय है, बल्कि टैक्स और मार्केट की समझ का भी सफर है।
सेमिनार के अंत में युवा मॉडरेटर रितिका मल्होत्रा, सक्षम मल्होत्रा, कंवलप्रीत कौर और कवनेश सिंह को श्री राजन दत्त (आईआरएस), कमिश्नर सीजीएसटी पंचकुला और रिटायर्ड प्रिंसिपल कमिश्नर श्री एच.बी. नेगी द्वारा सम्मानित किया गया।