हरियाणा के विद्यार्थी विदेशी भाषा सीखे इसके लिए विभाग करेगा कार्य- शिक्षा मंत्री
बोले, राष्ट्रीय शिक्षा नीति से भारत बनेगा विश्व गुरु, शिक्षा के क्षेत्र में आएगा विशेष बदलाव
निपुण कार्यक्रम में हर बच्चे को किया जाता है ट्रैक
एनडी हिन्दुस्तान
चंडीगढ़ । हरियाणा के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए हरियाणा ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। हरियाणा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति व उसके नवीनकरण को स्कूली स्तर तक पहुंचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति से भारत विश्व गुरु बनेगा, इससे शिक्षा के क्षेत्र में विशेष बदलाव आएगा।
शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने आज नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग, तकनीकी शिक्षा विभाग के महानिदेशक प्रभजोत सिंह, उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक राहुल हुड्डा, सेकेंडरी शिक्षा के निदेशक जीतेन्द्र कुमार, गुरुग्राम विश्वविद्यालय से राजीव, निदेशक ऋषि गोयल, सुनील बज़ाज, एससीईआरटी से इंदु, जिला शिक्षा अधिकारी गुरुग्राम कुलदीप मेहता, विशेष आमंत्रित सदस्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक उपरांत मीडिया से बातचीत करते हुए शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का सपना है कि हरियाणा का युवा हिन्दी अग्रेजी तक ही सीमित न रहे, बल्कि युवा अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं को भी सीखे, विभाग दूसरी भाषाओं को सिखाने के लिए विचार कर रहा है, जो विदेशी भाषाओं की आवश्यकता होगी उन पर विभाग कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से मजबूत रहा है, लेकिन दूसरी पार्टी के कार्यकाल में पीड़ा, दर्द और दंश भी झेले है, लेकिन अब शिक्षा को लेकर सरकार का विशेष फोकस है। जिन लोगों ने शिक्षा के सिस्टम को तहस नहस करने का काम कि वे आज कुछ भी आरोप लगा सकते है। लेकिन नई शिक्षा नीति से देश में एक बड़ा बदलाव आ रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को जो वातावरण चाहिए वो उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने, अध्यापकों की कमी को दूर करने के साथ स्कूल के वातावरण को सुधार पर भी कार्य किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज की बैठक में शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई है, जो खामियां रही है उन्हें दूर किया जाएगा। हरियाणा ने एक वर्ष के दौरान शिक्षा नीति को लागू करने के लिए उल्लेखनीय कार्य किया जाएगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सबसे बड़ा पहलू नए सिलेबस के अनुसार नई पुस्तकें लागू करने का है। पहली से तीसरी कक्षा तक एनईपी अलाईड बुक्स स्कूलों में लगाई जा चुकी है। नए शैक्षणिक सत्र से छठी कक्षा की एनईपी अलाईड बुक्स नई शिक्षा नीति के अनुरूप होगी। एनसीईआरटी से जो भी पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाएगी उन्हें तत्काल लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में अध्यापकों के पढ़ाने का तरीका भी बदल जाएगा। इसके लिए अध्यापकों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। शिक्षा विभाग निपुण कार्यक्रम के तहत हर बच्चे को ट्रैक कर रहा है।
बैठक में एनईपी-2020 के तहत स्कूल शिक्षा में किए गए कार्यो की समीक्षा की गई, जिसे छह अलग-अलग समूहों में बांटा गया था। हर कार्य की पूर्णता की स्थिति का गहन विश्लेषण किया गया और आगे के कदम निर्धारित किए गए। उच्च शिक्षा क्षेत्र की समीक्षा में एनईपी के तहत उच्च शिक्षा के 16 महत्वपूर्ण कार्यों के कार्यान्वयन पर विचार विमर्श किया गया। शिक्षा मंत्री ने हरियाणा की स्कूल शिक्षा में हासिल की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों की प्रशंसा भी की। मंत्री ने तीन-भाषा सूत्र के महत्व पर जोर दिया। बैठक में शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार करने पर फोकस किया।