सनातन व राष्ट्र के विरोध में काम करने वाली ताकते नहीं मंजूर: प्रमोद कृष्णन
एनडी हिन्दुस्तान
कुरूक्षेत्र । पतजंलि योगपीठ हरिद्वार के महासचिव और योग व आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाने वाले आचार्य बाल कृष्णन ने कहा कि आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती ने सत्यार्थ प्रकाश लिखकर सनातन धर्म की रक्षा करने का काम किया है। वे रविवार को कुरूक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर योगभवन प्रांगण में आयोजित चतुर्वेद पारायण महायज्ञ में आहुति डालने के बाद उपस्थित जन समूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सनातन भारत ही वास्तव में सुरक्षित संसार है। सनातन ने सभी की मंगल कामना की है।
आचार्य बाल कृष्णन ने कहा कि जीवन में यदि ऊर्जा चाहिए और यदि सनातन धर्म को समझना है तो सत्यार्थ प्रकाश पढ़े। सत्यार्थ प्रकाश ने न जाने कितने लोगों का जीवन बदल दिया है और न जाने कितने लोगों का जीवन बदलने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि पतजंलि योग पीठ योग और आयुर्वेद के साथ भारतीय शिक्षा पद्धति पर बहुत बड़ा काम कर रहा है। मैकाले की शिक्षा ने देश की शिक्षा को बिगाड़ दिया है। जिसके लिए वैदिक शिक्षा बोर्ड का गठन करवाकर भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीता पट्टा रमैया ने अपने लेख में स्पष्ट किया है कि देश को आजाद करवाने वाले लोगों में 85 प्रतिशत लोग महर्षि दयानंद सरस्वती और आर्य समाज से प्रभावित थे। जो देश के लिए जिए और देश के लिए मरे।
इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कल्कि धाम के पठाधिश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि सनातन भारत पूरे विश्व को सुरक्षित करता है। उन्होंने कहा कि हमें कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन किस धर्म और मजहब को मान रहा है, लेकिन कोई भारत के विरोध की बात करता है तो वह भारत का सबसे बड़ा शत्रु है। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती का चितंन पूरी दुनिया के लिए आदर्श है।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक स्वामी संपूर्णानंद सरस्वती ने कहा कि यदि परिवार को सुखी बनाना है तो राष्ट्र वादी नवयुवक तैयार करने है, नशे से और पाखंड से दूर रहना है और सच्ची भक्ति करनी है तो स्वयं भी सत्यार्थ प्रकाश पढ़े और दूसरो को भी पढ़ाए। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक स्वामी संपूर्णानंद सरस्वती और स्वागताध्यक्ष मनिंद्र जैन ने सभी आए हुए अतिथियों को गायत्री पट्टिका और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया।
इस अवसर पर लाजपत आर्य टोरेंटा कनाडा, रविंद्र कंवर जी महाराज हिमाचल प्रदेश, आचार्य विजय पाल झज्जर, स्वामी विजयवेश जी झज्जर, आचार्य आदेशा जी, श्री प्रकाश मिश्र, जिला परिषद कुरूक्षेत्र के वाइस चेयरमैन डीपी चौधरी, नरेंद्र आर्य, योगेश आर्य, आर्य दिलबाग लाठर, जिला परिषद करनाल के वाइस चेयरमैन धीरज खरकाली, जिला परिषद पानीपत के वाइस चेयरमैन आर्य सुरेश मलिक, रमेश आर्य दादुपुर, रामफल सैनी, वेदप्रकाश आर्य, मास्टर जयप्रकाश आर्य सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।