एनडी हिन्दुस्तान
रोहतक । हरियाणा विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉक्टर कृष्ण लाल मिड्ढा ने कहा कि शिक्षा मनुष्य के जीवन की दिशा एवं दशा बदल देती है।
डॉक्टर कृष्ण लाल मिड्ढा स्थानीय अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संरक्षित शिक्षा भारती विद्यालय के वार्षिक उत्सव में बतौर मुख्यातिथि उपस्थितगण को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व कार्यक्रम के मुख्यातिथि डॉक्टर कृष्ण लाल मिढा, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश नांदल, डॉ० एस. एन. मिश्रा द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित व सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके बाद सभी विद्यालय के प्रबंध समितियों के सदस्यों और समाज सेवियों ने अतिथिगण का अंग वस्त्र, स्मृति चिह्न और श्रीफल देकर स्वागत किया।
मुख्यातिथि डॉक्टर कृष्ण लाल मिढा ने कहा कि शिक्षा और संस्कार एक दूसरे के पूरक हैं। शिक्षा मनुष्य के जीवन का उपहार है, जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देती है। संस्कार जीवन का सार है, जिसके माध्यम से मनुष्य के व्यक्तित्व का निर्माण और विकास होता है।
मुख्य वक्ता डॉ मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि यह स्कूल विद्या भारती के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है इसकी स्थापना 1977 में की गई और इसका मुख्य ध्येय वाक्य ‘सा विद्या या विमुक्ते’ को लेते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
विद्यालय प्राचार्या आशु साहनी द्वारा मुख्य अतिथियों का परिचय करवाया गया और विद्यालय वृत पढ़ा, जिसमें छात्रों और आचार्या द्वारा पूरे वर्ष में की गई उपलब्धि के बारे में बताया गया। आचार्या शिवानी ने गणित मेले में प्रथम स्थान प्राप्त किया और योग के क्षेत्र में छात्र राजनन्दन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा निबंध प्रतियोगिता में बबिता ने तृतीय व अंशु ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
उसके बाद छात्र-छात्राओं ने अनेक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से वातावरण को मनमोहक बना दिया। सबसे पहले गणेश वंदना, हरियाणवी नृत्य, विशेष प्रस्तुति अहिल्या बाई होल्कर जी का त्रिशताब्दी वर्ष मना रहे हैं। उनका जीवनवृत्त लघु नाटिका के माध्यम से दर्शाया गया। इसी दौरान सभी आचार्यों की भी एक प्रस्तुति अष्टादश श्लोकी गीता रही। प्रतिभागियों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। प्रबंधक पुष्पदीप डागर द्वारा सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश नांदल उपाध्यक्ष, डॉक्टर आदित्य बत्रा, नवीन गोयल कोषाध्यक्ष, चंद्रसेन विद्यालय के प्रधानाचार्य, आचार्य व कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ किया गया।