जेईई मेन के परिणामों में एक बार फिर जेनिसिस ने मचाई धूम
21 विद्यार्थियों ने अर्जित की 99 परसेंटाइल से अधिक
एनडी हिन्दुस्तान
करनाल। उत्तर भारत में जेनिसिस क्लासिस हर बार की तरह इस बार भी अपना अव्वल स्थान सुनिश्चत किया। संस्थान के 21 बच्चों ने 99 परसेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त किए। कल शाम जेइइ-मेंस के परीक्षा का प्रथम चरण का परिणाम घोषित किया गया। इसमें जेइइ-मेंस में लगभग 40 बच्चों ने 98 परसेंटाइल से अधिक प्राप्त कर अपना दबदबा कायम किया। आज सुबह से ही सफल बच्चों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। हर वर्ष साल में 2 बार जेइइ-मेंस की परीक्षा होती है। पिछले साल भी करनाल के सार्वधिक बच्चों ने जेनिसिस के विद्यार्थियों के रूप में सफलता अर्जित की। जानकारी देते हुए जेनिसिस क्लासिस के डायरेक्टर जितेंद्र अहलावत तथा नवनीत सिंह ने कहा कि जेनिसिस ने गत 14-15 वर्षों में बच्चों के साथ मिलकर सफलता के कीर्तिमान स्थापित किए।
ये रहे टॉप 21 विद्यार्थी
रिद्म गोयल 99.99 परसेंटाइल
आयुष अरोड़ा 99.88 परसेंटाइल
शिवम चहल 99.87 परसेंटाइल
रणबीर मलिक 99.78 परसेंटाइल
तुषार 99.77 परसेंटाइल
भविष्य धनकेर 99.76 परसेंटाइल
हार्दिक 99.73 परसेंटाइल
)षभ जैन 99.65 परसेंटाइल
प्रियम गुप्ता 99.63 परसेंटाइल
देवर्ष नैय्यर 99.61 परसेंटाइल
अर्श गांधी 99.57 परसेंटाइल
भविष्य चौधरी 99.52 परसेंटाइल
केशव गुप्ता 99.51 परसेंटाइल
तन्वी 99.48 परसेंटाइल
हार्दिक गुप्ता 99.33 परसेंटाइल
गुनीश गर्ग 99.30 परसेंटाइल
सार्थक अरोड़ा 99.19 परसेंटाइल
ओम शर्मा 99.17 परसेंटाइल
जानवी गुप्ता 99.07 परसेंटाइल
सौम्या 99.05 परसेंटाइल
मंदीप सैनी 99.05 परसेंटाइल
हासिल कर करनाल व जेनिसिस का नाम रोशन किया।
जेनिसिस क्लासिस के डायरेक्टर जितेंद्र अहलावत ने बताया कि जेनिसिस क्लासिस में सफलता के नए आयाम स्थापित करने के पीछे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाकर रखना। समय रहते उनके डाउट्स क्लियर करना। बच्चों की योग्यता को टेस्ट के रूप में अलग-अलग कसौटी पर कसना है। वह बच्चों को कभी निराश नहीं होने देते। बच्चों को हर लेक्चर कें अंत में श्री भगवत गीता का पाठ पढ़ाया जाता हैं। जिससे विद्यर्थी मानसिक रूप से मज़बूत हो जाते है। फलस्वरूप विद्यार्थी सभी प्रतियोगी परीक्षा में घबराते नहीं। बच्चों के साथ-साथ अध्यापक भी मिलकर मेहनत करते है। तब जाकर सफलता हाथ लगती है। उन्होंने कहा कि 15 साल की यात्रा में करनाल के लोगों ने उनपर भरोसा किया। उस भरोसे को उनकी टीम ने कभी तोड़ा नहीं। यही कारण है कि आज करनाल नीट, जेइइ, एनडीए की परीक्षा में प्रदेश और देश में अव्वल रहता है। उन्होंने बताया कि जेनिसिस क्लासिस हमेशा बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित रहती है। उनका हमेशा यही प्रयास रहता है कि अधिक से अधिक बच्चें सभी परीक्षा में सफल रहे और करनाल के अधिक से अधिक बच्चों और उनके अभिभावकों के सपने साकार हो।