मुख्यमंत्री नायब सैनी की मौजूदगी में एमएचयू-कोच्चि विश्वविद्यालय के बीच एमओयू… इंटरनेटस आफ प्लांट तकनीक के मॉडूयल पर करेंगे अनुसंधान: प्रो. सुरेश मल्होत्रा
दोनों विश्वविद्यालय द्वारा ईजाद की जाने वाली आधुनिक तकनीक हरियाणा सहित देशभर के किसान भाईयों के लिए होगी वरदान साबित: प्रो. सुरेश मल्होत्रा
एनडी हिन्दुस्तान
करनाल । मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल ओर कोच्चि विश्वविद्यालय जापान के बीच ग्रीन हाउस खेती में जापान की इंटरनेटस ऑफ प्लांटस (आईओपी) नामक तकनीक पर अनुसंधान के लिए एक समझौता ज्ञापन हुआ, समझौते ज्ञापन एमएचयू के माननीय कुलपति प्रो. सुरेश मल्होत्रा ओर जापान की कोच्चि विश्वविद्यालय की ओर से कोच्चि विश्वविद्यालय के प्रो.अध्यक्ष प्रो. उकेडा हिरोयूकी ने हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन के बाद शनिवार को कोच्चि विश्वविद्यालय जापान के प्रतिनिधिमंडल ने कोच्चि विश्वविद्यालय के प्रो.अध्यक्ष प्रो. उकेडा हिरोयूकी की अध्यक्षता में महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल का भ्रमण किया। प्रतिनिधिमंडल के एमएचयू में पहुंचने पर एमएचयू के माननीय कुलपति प्रो. सुरेश मल्होत्रा ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। इससे पूर्व प्रतिनिधिमंडल ने बागवानी महाविद्यालय का दौरा किया।
दोनों विश्वविद्यालयों के बीच हुए समझौते ज्ञापन के बारे में जानकारी देते हुए महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल के माननीय कुलपति प्रो. सुरेश मल्होत्रा ने कहा कि पूरा विश्व जलवायु परिवर्तन से होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए जद्दोजहद कर रहे है, जलवायु परिवर्तन के चलते प्राकृतिक आपदाएं, असमय ओलावृष्टि, अधिक बरसात, असमय सूखा आदि से होने वाले नुकसान की संभावना बनी रहती है। इन सबके चलते मझौले व छोटे किसानों के लिए खेती से अधिक पैदावार व अधिक आय लेना कड़ी चुनौती बना हुआ है। महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय करनाल के माननीय कुलपति प्रो. सुरेश मल्होत्रा ने बताया कि उपरोक्त सभी चुनौतियों के निवारण के लिए एमएचयू ओर कोच्चि विश्वविद्यालय जापान के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ है। इसके तहत ग्रीन हाउस के अंदर फल, सब्जियां, फूल व मसालों वाली फसलों पर सैंसर संवेदी तकनीक, जिससे ग्रीन हाउस में तापमान, आद्रर्ता, प्रकाश सश्लेषण आदि के वैज्ञानिक सिंद्धात पर विभिन्न् फसलों के लिए इंटरनेटस आफ प्लाटस (आईओपी) मॉडूयल तैयार किए जाएंगे। इस क्षेत्र में महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय ओर कोच्चि विश्वविद्यालय जापान मिलकर काम करेंगे ताकि हरियाणा राज्य के लिए इस प्रकार आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक बनाकर किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी। इससे बागवानी फसलों के उत्पादन, गुणवत्ता, अधिक आय की संभावनाएं बढ़ेंगी।
प्रो. हिरोयूकी बोले.. एमएचयू कुलपति के गंभीर प्रयासों से हुआ समझौता
माननीय कुलपति ने प्रतिनिधिमंडल को एमएचयू द्वारा शिक्षा, अनुसंधान ओर प्रचार प्रसार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों ओर उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। कोच्चि विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. उकेडा हिरोयूकी ने माननीय कुलपति प्रो. सुरेश मल्होत्रा के नेतृत्व में किए जा रहे कार्यों की काफी सराहना करते हुए कहा कि माननीय कुलपति के प्रयासों से भारत ओर जापान के दो बड़े विश्वविद्यालय आपस में मिलकर अनुसंधान करेंगे, जो दोनों देशों के किसान भाईयों के लिए काफी लाभदायक साबित होंगी। मौके पर एमएचयू के अनुसंधान निदेशक ओर डीन प्रो. रमेश गोयल ने प्रतिनिधिमंडल का धन्यवाद किया। इस अवसर पर अनुसंधान निदेशक व डीन प्रो. रमेश गोयल, रजिस्ट्रार सुरेश सैनी, डीन पीजीएस डा. धर्मपाल, छात्र कल्याण निदेशक प्रो. रंजन गुप्ता, विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ विजय पाल यादव सहित वैज्ञानिक अधिकारीगण मौजूद रहे।