पार्कों के पेड़ पौधों में ही प्रयोग होगा कंपोस्ट पिट में तैयार खाद
शहर के नेहरू पार्क समेत कई पार्कों में बनाए जा रहे है कंपोस्ट पिट
एनडी हिन्दुस्तान
यमुनानगर। शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 को लेकर तैयारियां जोरों पर है। स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर रैंक के लिए नगर निगम हर प्रयास कर रहा है। विभिन्न गतिविधियां कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसी कड़ी में अब नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर शहर के पार्कों में कंपोस्ट पिट बनाए जाएंगे। इसमें पार्काें के कचरे का निपटान किया जाएगा। पिट में पार्कों के कचरे व बागवानी कचरे से खाद तैयार की जाएगी। यह खाद पार्कों के पौधों व क्यारियों में इस्तेमाल की जाएगी। निगम द्वारा नेहरू पार्क समेत कई पार्कों में कंपोस्ट पिट बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। जल्द ही इनमें कंपोस्ट पिट बनकर तैयार होगी। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने सभी पार्क एसोसिएशनों व नगर निगम को पार्कों में कंपोस्ट पिट बनाने के निर्देश दिए है।
बता दें कि नगर निगम क्षेत्र में सौ से अधिक पार्क है। इनमें से लगभग 50 पार्कों के सुंदरीकरण का जिम्मा एसोसिएशनों को दिया गया है। वहीं लगभग 48 पार्कों के विकास व रखरखाव की जिम्मेदारी निगम के पास है। नगर निगम ने पार्कों के रखरखाव व सुंदरीकरण के लिए सुपरवाइजर व हर पार्क में माली तैनात किए है। पार्काें के सुंदरीकरण का कार्य प्रगति पर है। पार्कों में पत्तों, घास, कबाड़ व अन्य किस्म के कचरे का प्रबंधन अब पार्क में ही किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम द्वारा पार्काें में ही कंपोस्ट पिट बनाई जाएगी। कंपोस्ट पिट में पार्कों में जमा पत्तों, घास, कबाड़, पेड़ों की ट्रिमिंग से एकत्रित हुआ कचरा व अन्य किस्म के कचरे से खाद तैयार की जाएगी। शुरुआती चरण में निगम के कुछ बड़े पार्काें को शामिल कर फिर सभी पार्क में यह व्यवस्था लागू होगी। निगम अधिकारियों ने इसे लेकर अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। नेहरू पार्क समेत कई पार्क में कंपोस्ट पिट बना दी गई है। कुछ में निर्माणाधीन है। पार्कों में सफाई के बाद कचरा इनमें डाला जाएगा। जिससे खाद तैयार होगा। पार्काें में बनने वाली खाद को संबंधित पार्क में ही पेड़ पौधों के लिए प्रयोग में लाया जाएगा। खाद की उचित मात्रा मिलने पर पार्कों में पेड़-पौधों को लाभ होगा। बाजार से खाद-खुराक डालकर नहीं खरीदनी पड़ेगी। स्वच्छ सर्वेक्षण में इस बार कचरा प्रबंधन पर पूरा फोकस है। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने बताया कि पार्काें में कंपोस्ट पिट बनाने के लिए सभी अधिकारियों व पार्क एसोसिएशनों को निर्देश जारी किए गए है। सभी पार्काें में जल्द कंपोस्ट पिट बनाने का कार्य पूरा किया जाएगा।
पार्क एसोसिएशनों को दिया जाता है रखरखाव खर्च –
जगाधरी और यमुनानगर के सौ के करीब पार्क है। इनमें से 50 के करीब पार्कों की रखरखाव व सुंदरता बनाए रखने का कार्य वहां की पार्क एसोसिएशन व सभाओं की ओर से किया जा रहा है। इसके लिए निगम इन संस्थाओं को पांच रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से रखरखाव खर्च देता है। 48 पार्कों के रखरखाव व सुंदरीकरण एजेंसी की ओर से किया जाता है। पार्कों में पिट निगम द्वारा बनाई जा रही है। इनमें कचरा डालने और प्रबंधन का कार्य वहां की एसोसिएशनों द्वारा किया जाएगा।