एनडी हिन्दुस्तान
चंडीगढ़। हरियाणा के पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा है कि धरती को बचाने के लिए वन्य जीव संरक्षण आवश्यक है। आज प्रदूषित वातावरण और प्रकृति के बदलते मिजाज के कारण जीव-जंतुओं तथा वनस्पतियों की अनेक प्रजातियों के अस्तित्व पर संकट बना हुआ है। इस वर्ष विश्व वन्य जीव संरक्षण दिवस को वन्य जीव संरक्षण, वित्त-लोगो और गृह में निवेश थीम के साथ मनाया जा रहा है।
विश्व वन्य जीव दिवस की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी एक संदेश में मंत्री राव नरबीर सिंह ने लोगों को आह्वान किया कि इस दिन लोगों को वन्य जीव संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वन एवं वन्य जीवन विभाग हरियाणा में वन्य जीवन संरक्षण के लिए कई अनूठी पहल कर रहा है। शिवालिक पर्वत श्रृंखला में पड़ने वाले पिंजौर में गिद्ध प्रजनन एवं संरक्षण केंद्र खोला गया है, जिसमें विलुप्त हो रही इस गिद्ध प्रजाति को संरक्षित किया गया है और गिद्धों की संख्या मं बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार अरावली पर्वत श्रृंखला में जंगल सफारी परियोजना की रूप-रेखा तैयारी की गई है, जिसका शीघ्र ही शुभारंभ हो जाएगा। इसमें कौन से वन्य प्राणी को किस श्रेणी में रखा जाए, इस पर कार्य किया जा रहा है और वे स्वंय इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वे महाराष्ट्र व गुजरात के जंगलों में बनाई गई इस प्रकार की सफारी का दौरा भी कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि उष्ण कटिबद्ध क्षेत्रों में वन्य जीव आबादी के घट रहे आंकड़े चिंतनीय हैं। वन्य जीव की आबादी को बढ़ाने के लिए हरियाणा सरकार कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ बातचीत की है। इसके साथ ही निजी क्षेत्र व कुछ नए स्टार्टअप ने भी सरकार को सहयोग देने में रुचि दिखाई है, जो कि सराहनीय है।