एनडी हिन्दुस्तान
यमुनानगर। डीएवी गर्ल्स कॉलेज के फैक्लिटी डवलेपमेंट सेल की ओर से छात्राओं की इंटर्नशिप के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सभी टीचर्स ने भाग लिया। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ सुरिंद्र कौर व फैक्लिटी डवलेपमेंट सेल कनवीनर डॉ मीनाक्षी सैनी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। गणित विभाग अध्यक्ष कनिका गोयल व कंप्यूटर साइंस विभाग अध्यक्ष मनिका सेठी ने नई शिक्षा नीति के तहत छात्राओं की इंटर्नशिप के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डॉ सुरिंद्र कौर ने कहा कि विद्यार्थियों को स्वावलंबी बनाने व स्वरोजगार के प्रति जागरूक करने के लिहाज से सरकार ने नई शिक्षा नीति को लागू किया है। कॉलेज में शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के सर्वांगिण विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने टीचर्स से आह्वान किया कि वे क्वालिटी एजुकेशन पर ध्यान दें। छात्राओं को थ्यूरी के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी प्रदान करें। उन्हें लेटेस्ट टेक्नालॉजी के बारे में बताए। पढाई के साथ इंटर्नशिप छात्राओं के करियर में मील का पत्थर साबित होगी।
वाणिज्य विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर निशी ग्रोवर ने कहा कि पहले तकनीकी शिक्षा में ही इंटर्नशिप का प्रावधान था। लेकिन अब नई शिक्षा नीति के तहत इंटर्नशिप को कैरिकुलम का पार्ट बना दिया है। अब सभी कक्षाओं के विद्यार्थी इंटर्नशिप करेंगे। किसी भी प्रकार के करियर को बनाने के लिए इंटर्नशिप बेहद जरूरी है।
गणित विभाग अध्यक्ष कनिका गोयल ने कहा कि कॉलेज व इंडस्ट्री के वातावरण में काफी अंतर होता है। इंटर्नशिप के दौरान ही छात्राएं , इंडस्ट्री के माहौल से मुखातिब हो सकेंगी। पढाई के साथ विद्यार्थियों को स्किल एजुकेशन देने के लिए इंटर्नशिप बेहद जरूरी है। ताकि वह स्वरोजगार की ओर अग्रसर हो सकें। इंटर्नशिप के लिए छात्राओं के समक्ष बहुत सारे विकल्प है। वे जहां किसान से खेती की नई तकनीक सीख सकती हैं, तो व्यापारी से बिजनेस गुर सीखकर अपना स्टार्टअप भी शुरू कर सकती है। अभिभावकों द्वारा चलाए जा रहे स्टार्टअप के साथ भी काम कर सकती है। इंटर्नशिप के दौरान टीचर, सुपरवाइजर की भूमिका अदा करेंगें। जहां छात्राएं काम सीख रही है, वे मंेटर की भूमिका में रहेंगे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में को-कनवीनर डॉ सुनीता कौशिक व डॉ रीटा सिंह ने सहयोग दिया।