न्यूज डेक्स हरियाणा
कुंडली,25 जनवरी। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड का हिस्सा बनने के लिये किसानों में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। कई जगहों से महिला किसान भी पड़ी संख्या में बच्चों के साथ ट्रैक्टर ट्रालियों में सवार होकर पहुंच रही हैं। दिल्ली की ओर कूच करने के लिये ट्रैक्टरों के काफिले ज्यादातर पंजाब,उसके बाद हरियाणा और यूपी एवं राजस्थान सहित देश के दूसरे राज्यों से पहुंच रहे हैं। केंद्र सरकार और दिल्ली सीमा से सटे राज्यों की पुलिस चौकस दिख रही है। किसी भी विपरीत परिस्थित से निपटने के लिये पुलिस के अलावा सीआरपीएफ सहित पूरे प्रबंध किये जा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से चौकन्ना है। होशियारपुर के किसान गुरतेज सिंह का कहना है कि लाखों की संख्या में किसान देशभर से इस परेड का हिस्सा बनेगा और गणतंत्र दिवस पर नायाब परेड करके विश्वकीर्तिमान बनाएगा। पिछले दिनों से चर्चा में चल रहे भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढुनी और दूसरे नेता पहले ही यह घोषणा कर हैं कि कोई भी किसान गणतंत्र दिवस में किसी भी राजनेता का विरोध नहीं करेगा। यह राष्ट्रीय पर्व है और उसकी गरिमा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। किसान नेता राकेश टिकैत ने भी इस ट्रैक्टर परेड पर तिरंगा और किसानों का झंडा बैनर के अलावा किसी भी राजनीतिक दल का झंडा ना हो,इसके सख्त निर्देश दिये है। किसान मोर्चा इस आंदोलन और परेड को खालिस रुप से किसानों का और गैर राजनीतिक बनाने के यत्न कर रहा है। पिछले 60 दिनों से चल रहे इस आंदोलन को गैर राजनीतिक और किसानों का आंदोलन बनाने में सफल भी हुए हैं। मीडिया, सोशल मीडिया और सूचीविश्वास श्रीवास्तव लोग एवं अनगिनत किसान और गैर किसान फेसबुक,ट्वीटर ,इंस्टाग्राम व दूसरे माध्यमों से किसान आंदोलन एवं ट्रैक्टरों के कूच करते ही फोटो शेयर कर रहे है। किसानों के इस आंदोलन को जबरदस्त सहयोग सोशल मीडिया से मिल रहा है। उनका कहना है कि मुख्यधारा के टीवी मीडिया का सहयोग बहुत कम मिला है,लेकिन इसके बावजूद किसानों का आंदोलन दुनियाभर में चर्चा में है।