न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली,5 फरवरी। तीन कृषि बिलों को रद करने की मांग को लेकर 6 तारीख को चक्का जाम की तैयारियां चल रही है। चक्का जाम शांतिपूर्ण हो और 26 जनवरी जैसे हालात ना बने,इसके लिये किसान संगठन चौकन्ना है। बकायदा कमेटियां गठित कर चक्का जाम करने को सफल बनाने का खाका तैयार हो रहा है। चक्का जाम की घोषणा के बाद कई जगह किसान संगठनों की बड़ी सभाएं हो चुकी है। किसानों के रूख और रणनीति पर सरकार की पैनी नजर है। किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिये व्यवस्था में सरकार भी जुटी है।इधर एनसीपी सुप्रीमो शरद पंवार ने भी बड़ा बयान किसानों के समर्थन में दिया है। पंवार पहले ही किसानों के आंदोलन को समर्थन दे चुके है और तीनों कृषि बिलों को वापिस लेने की बात कह चुके हैं। अब पंवार का कहना है कि अगर किसानों ने शांतिपूर्ण रास्ता छोड़ा तो इसकी जिम्मेदार भाजपा सरकार होगी। उन्होंने भाजपा सरकार पर किसानों के मुद्दे पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। उन्होंने धरनास्थल के आसपास कीलें लगाने की भी कड़ी आलोचना की। पंवार ने कहा कि इस तरह रवैया तो ब्रिटिश सरकार ने भी नहीं किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस मुद्दे को सुलझाना नहीं चाहती।