प्रदेश में राज्य सरकार बनाएगी 4 हजार प्ले स्कूल
कुरुक्षेत्र में प्रदेश की सभी सीडीपीओ सुपरवाईजर को दिया 4 दिन का प्रशिक्षण
कुरुक्षेत्र में बनेंगे 50 प्ले स्कूल
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 5 फरवरी। उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से आंगनवाड़ी केन्द्रों में 4 हजार प्ले स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत प्रथम चरण में प्रदेश में 1135 प्ले स्कूल खोले जाने है। इन प्ले स्कूल में बच्चों को अच्छी शिक्षा, संस्कार देने के लिए सभी सीडीपीओ, सुपरवाईजर और डाईट इंचार्ज को मास्टर ट्रेनर के रुप में प्रशिक्षण दिया गया है। यह प्रशिक्षण कुरुक्षेत्र की रोड़ धर्मशाला में 2 फरवरी से 6 फरवरी तक दिया जा रहा है। अहम पहलू यह है कि कुरुक्षेत्र की आंगनवाड़ी केन्द्रों में 50 प्ले स्कूल बनाए जाएंगे।
उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने रोड़ धर्मशाला में चल रही प्रदेशस्तरी प्रशिक्षणशाला की फीडबैक लेने के उपरांत कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग हरियाणा के निर्देशानुसार कुरुक्षेत्र की रोड़ धर्मशाला में प्रदेश भर की सीडीपीओ, सुपरवाईजर और डाईट इंचार्ज को प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के अनुसार रोड़ धर्मशाला में 2 फरवरी से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण शिविर में प्रथम संस्था की तरफ से विषय विशेषज्ञ प्ले स्कूलों से सम्बन्धित प्रशिक्षण दे रहे है। जब सभी सीडीपीओ, सुपरवाईजर प्रशिक्षण ग्रहण कर लेंगे तब यह अपने-अपने जिलों में जाकर आंगनवाड़ी वर्करों को प्रशिक्षण देंगे। इससे राज्य सरकार की योजना अनुसार आंगनवाड़ी केन्द्रों में बनने वाले प्ले स्कूल को बेहतरीन ढंग से चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिले के 3 से 5 साल तक के बच्चों को अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण के साथ गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा भी मिलेगी। इसके लिए महिला एवं बाल विकास निदेशालय इन केंद्रों को प्ले स्कूल में तब्दील करेगा। खेलकूद के साधनों के साथ नई तकनीक से बच्चों में शिक्षा की ललक पैदा की जाएगी। पिछले साल प्रदेश सरकार की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल बनाने की योजना बनाई गई थी। इस योजना के तहत कुरुक्षेत्र जिले के 50 केंद्रों को चयनित किया गया है। इस सूची में वे केंद्र शामिल है जो पहले से ही सरकारी स्कूलों में चल रहे थे।
राज्य सरकार के आदेशानुसार नए सत्र में बच्चों के लिए खेलकूद के संसाधन तैयार किए जाएंगे। शिक्षा देने के लिए केंद्र में कई भाग (कॉर्नर) बनाए जाएंगे। जिनमें रचनात्मकता कॉर्नर, गतिविधि कॉर्नर जैसे भाग बनाए जाएंगे। सभी भागों के लिए निश्चित समय सारणी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि नए सत्र से इन प्ले स्कूलों को शुरू करने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। प्ले स्कूल में गतिविधियों के लिए मार्गदर्शिका भी जारी की जा चुकी है। अब आंगनबाड़ी के बच्चों का साप्ताहिक रिपोर्ट कार्ड भी बनाया जाएगा। यह रिपोर्ट अभिभावकों को भेजी जाएगी। जिसके माध्यम से अभिभावक भी जान सकेंगे कि उनके बच्चे ने क्या-क्या सीखा। स्कूलों में ही छात्रों को पाठ्य सामग्री, क्ले, पजल्स, कार्य पुस्तके दी जाएंगी।