देश के अन्नदाता का अपमान कर रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी : अरोड़ा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कांग्रेस द्वारा 13 फरवरी दिन शनिवार को प्रात: 10 बजे गांव मिर्जापुर में थानेसर हलके का किसान सम्मलेन आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन की तैयारियों को लेकर पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने केडीबी रोड स्थित कार्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की। बैठक के दौरान सम्मेलन में अधिक से अधिक किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कार्यकर्ताओं की डयूटियां लगाई गई। बैठक में हलका थानेसर के पूर्व प्रधान मेहर सिंह रामगढ़, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन जलेश शर्मा, पार्षद विवेक मैहता विक्की, युवा कांग्रेसी नेता सुरेंद्र फौजी, शैलेंद्र मिर्जापुर, कांग्रेसी नेता सुरेंद्र सैनी भिवानीखेड़ा, राजकुमार पिंडारसी, पूर्व पार्षद मन्नू जैन, पंडित श्रीप्रकाश मिश्रा सहित अन्य कांग्रेसी नेता उपस्थित थे।
पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि लगभग ढाई माह से चल रहे किसान आंदोलन में 200 से अधिक किसानों की शहादत हो चुकी है लेकिन दुख की बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित किसी भी भाजपा नेता ने आज तक शहीद होने वाले किसानों के प्रति संवेदना व्यक्त नही की है। प्रधानमंत्री ने देश के अन्नदाता किसान का अपमान किया है। किसानों का यह आंदोलन अपने खेत बचाने के लिए किया जा रहा है और कांग्र्रेस ने इस आंदोलन को पूर्ण समर्थन दिया हुआ है।
अरोड़ा ने कहा कि लाखों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमा पर कड़कती ठंड में आंदोलन कर रहे हैं इतना ही नही महिलाएं और छोटे बच्चे इस आंदोलन में शामिल हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के पास देश के अन्नदाता की सुध लेने के लिए कोई समय नही है। केंद्र द्वारा बनाए गए इन तीन काले कानूनों का प्रभाव केवल किसान मजदूर पर ही नही देश के आम उपभोक्ता पर भी पडेगा। खाद्यान्न पदार्थों की स्टॉक सीमा खत्म करने से काला बाजारी बढेगी और इसका प्रभाव आम उपभोक्ता पर भी पडेगा।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हठधर्मिता छोड़कर यह तीनों कानून वापिस लेने चाहिए और देश में एमएसपी की गारंटी वाला कानून बनाना चाहिए। पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस आंदोलन के समर्थन में पूरे प्रदेश में हलका स्तर पर किसान सम्मेलन आयोजित करने का सिलसिला छेड़ा हुआ है। इसी कड़ी में थानेसर हलके का किसान सम्मेलन 13 फरवरी को मिर्जापुर में आयोजित होगा।