26वें “हुनर हाट” का विषय “वोकल फ़ॉर लोकल” होगा
इसमें 31 से अधिक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की बड़ी संख्या में महिला कारीगरों सहित 600 से अधिक कारीगर और शिल्पकार भाग लेंगे
देश भर के कारीगरों और शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए “हुनर हाट” एक “उपयुक्त मंच” है: मुख्तार अब्बास नकवी
न्यूज डेक्स संवाददाता
दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय 20 फरवरी 2021 से नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में देशभर के स्वदेशी कारीगरों और शिल्पकारों का 26वां “हुनर हाट” आयोजित कर रहा है जिसका औपचारिक उद्घाटन दिनांक 21 फरवरी 2021 को केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनसुख मंडाविया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे।
26वें “हुनर हाट” का आयोजन 20 फरवरी से 01 मार्च 2021 तक “वोकल फॉर लोकल” विषय के साथ किया जाएगा, जिसमें 31 से अधिक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की बड़ी संख्या में महिला कारीगरों समेत 600 से अधिक कारीगर और शिल्पकार भाग लेंगे।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहां कहा कि देश भर के कारीगरों और शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक “उपयुक्त मंच” हुनर हाट ने अभी तक 5 लाख से अधिक कारीगरों, शिल्पकारों और कलाकारों को रोजगार या रोजगार अवसर प्रदान किए हैं। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देश की आजादी के 75 साल पूरे होने तक आयोजित होने वाले 75 “हुनर हाट” आयोजनों के माध्यम से 7 लाख 50,000 कारीगरों और शिल्पकारों को सीधे रोजगार या रोजगार के अवसर प्रदान करेगा।
नकवी ने कहा कि नई दिल्ली के हुनर हाट में 31 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कारीगर और शिल्पकार भाग ले रहे हैं। आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, ओडिशा, पुदुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल आदि के कारीगर और शिल्पकार जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में अपने उत्कृष्ट स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री के लिए “हुनर हाट” में भाग ले रहे हैं।
नकवी ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में “हुनर हाट” वर्चुअल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म http://hunarhaat.org और जीईएम पोर्टल पर भी उपलब्ध होगा, जहां देश-विदेश के लोग “हुनर हाट” उत्पाद डिजिटल और ऑनलाइन तरीक़े से भी खरीद सकते हैं।
नकवी ने कहा कि एक तरफ जहां हुनर हाट स्वदेशी कारीगरों और शिल्पकारों के लिए “रोजगार एवं सशक्तिकरण का आदान-प्रदान” बन गया है, वहीं दूसरी ओर यह कारीगरों और शिल्पकारों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने का एक प्रभावी मंच भी साबित हुआ है।
कर्नाटक के मैसूर में 06 से 14 फरवरी तक आयोजित “हुनर हाट” में लाखों लोगों ने दौरा किया और स्वदेशी कारीगरों एवं शिल्पकारों को प्रोत्साहित किया। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “वोकल फॉर लोकल” की अपील को मज़बूत करने के लिए बड़े पैमाने पर स्वदेशी उत्पादों की खरीद भी की।
नकवी ने कहा कि नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुनर हाट के “बावर्चीखाना” खंड में दर्शक देश के हर क्षेत्र से पारंपरिक व्यंजनों का भी आनंद लेंगे। इसके अलावा नई दिल्ली के “हुनर हाट” में देश के नामी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले विभिन्न सांस्कृतिक और संगीतमय कार्यक्रमों का भी लोग लुत्फ उठा सकेंगे। आने वाले दिनों में गोवा, भोपाल, जयपुर, चंडीगढ़, मुंबई, हैदराबाद, रांची, सूरत/अहमदाबाद, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, पटना, जम्मू-कश्मीर और अन्य स्थानों पर “हुनर हाट” का आयोजन किया जाएगा।