न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा महिला दिवस देश ही नही विदेशों में भी मनाया जाने वाला वो महान दिन है जिसे दिन मातृशक्ति के समान और संकल्प को मजबूत बनाने के लिये चुना गया है। स्वामी ज्ञानानंद महाराज कुरुक्षेत्र विश्विद्यालय स्थित आर के सदन शुभकर्मन चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित महिला शक्ति सम्मान समारोह के दौरान उपस्थितों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने महिलाओं को देश के विकास और तरक्की का आधार बताया उन्होंने कहा कि समाज की उनत्ति के लिये महिला सशक्तिकरण वक्त की मांग है। गीता मनीषी ने आमजन से अपील की कि महिलाओं की शिक्षा,सुरक्षा और विकास की जिम्मेदारी में हर एक जिम्मेदार नागरिक को भागीदार बनना होगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम की आयोजक एंव शुभकर्मन चेरिटेबल ट्रस्ट की प्रदेशाध्यक्ष रजबंत कौर ने कहा कि महिलाओं को लेकर बड़े बड़े दावे किये जाते हैं परन्तु पुरूष प्रधान समाज ने महिलाओं को सीमित दायरे में बांध दिया। रजबन्त ने कहा कि राजनैतिक दलों द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण और वोट बैंक के लिए बड़े बड़े सम्मेलन किये जाते हैं परन्तु सच्चाई यह है कि आज भी महिलाएं उपेक्षित हैं। रजबंत ने महिलाओं के प्रति समाज की सोच बदलने के संकल्प के साथ ऐलान किया कि प्रत्येक महिला को खुद जागरुक नागरिक बनकर कमान संभालने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज भी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रो में महिलाओं को बराबरी का दर्जा नही है, अधिकतर महिला को सरपंच,विधायक,पार्षद बनने के बाद भी उनके सिग्नेचर और सारे काम पुरूष करते हैं जिसे बदलने की जरूरत है। इस अवसर पर समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रदीप कलतगड़िया,आशीष श्योकंद,पंकज बन्दरणा,शुभम,शिवम ऐबला ,राखी,रीना,विना,प्रेमा,रेखा समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।