केयू प्रशासन का नौ सूत्रीय मांगों का अनसुनी करना जारी
संदीप/न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अनुबंधित शिक्षकों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच गत सोमवार को हुई मीटिंग में नौ सूत्रीय मांगों पर लिखित में असहमति बनने के बाद अनुबंधित शिक्षकों ने नौवें दिन लंच टाईम में भी जोर-शोर से विरोध प्रदर्शन जारी रखा। कुवि कुलपति द्वारा गठित बातचीत कमेटी ने अनुबंधित शिक्षकों की 12 सदस्यीय प्रतिनिधियों की मुख्य मांग जोकि कुलपति द्वारा अनुबंधित महिला शिक्षक प्रतिनिधियों के साथ किये अभद्र व्यवहार व नौकरी से निकाले की धमकी पर जो लिखित माफीनामें की बात रखी थी, वह सिरे से खारिज कर दी गई। इसके साथ न्यनूतम वेतनमान को लेकर बजट संबंधी पूर्व में दिये गये ब्यान दोहराये गये।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. संजीव शर्मा ने ईसी को सुप्रीम बाडी होने का हवाला देकर यह भी कहा कि हमने पहले ही आपकी इस मांग को ईसी में पास कर दिया गया है और जब भी हमारे पास बजट होगा हम आपको बिना समय लगाये सैलरी देंगे नहीं तो हम आपको बढ़ी सैलरी देने के लिए सक्षम नहीं होगे। ज्ञात है कि पिछले ही महिने सभी स्थाई शिक्षकों की भी सैलरी केयू की आर्थिक तंगी के कारण अठारह दिन विलंभ से जारी हुई थी।
विश्वविद्यालय की आर्थिक विसंगतियों को लेकर जो सरकार द्वारा सक्षम एंजेसियों द्वारा जांच करवाने की अपील थी, उसे भी डीन एकेडिक अफेयर प्रोफेसर मंजूला चैधरी द्वारा सिरे से खारिज कर दी गई और यह कहा कि इस संबंध में कोई भी जांच करवाने की आवश्यकता नहीं है। स्थाई शिक्षकों की भांति उपस्थित रजिस्ट्रर ना प्रयोग करने पर भी कोई सहमति इसलिए नहीं बनी क्योंकि यह व्यवस्था केवल गैर शिक्षकों पर ही लागू है। उन्होंने कहा कि हम जो कमाते है वही खर्च करते है।
बायोमैट्रिक एटडेन्स सिस्टम पर भी कमेटी ने असहमति जताई और यह भी बताया गया कि कैंपस में बायोमैट्रिक सिस्टम केवल गैरशिक्षकों के लिए होती है। इसके साथ ही आवासीय सुविधा प्रदान करने हेतू कमेटी द्वारा नकारात्मक रवैया अपनाया गया जिस पर डा. अभिनव ने कहा कि आउटसाइडर्स को गत वर्ष कैंपस के अंदर आवासीय सुविधा देने की खबर का हवाला दिया जोकि प्रशासन को बाद में आपत्ति के बाद वापस लेना पड़ा था। इसके साथ जो अवकाश संबंधि मांग है, वह पहले से ही विश्वविद्यालय के आॅडिनेस में शामिल है परंतु प्रशासन की कमेटी ने इसे भी सिरे से नकार दिया।
अनुबंधित शिक्षकों ने आईआईएचएस से अपने विरोध प्रदर्शन की शुरूआत की और जोर-शोर से नारेबाजी करते हुए कुलपति कार्यालय के पास पहुँचे। ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय की अनुबंधित महिला शिक्षकों को गत दिनों न्यूनतम वेतनमान मांगने पर विश्वविद्यालय के कुलपति के द्वारा किये गये अभ्रद व्यवहार और नौकरी से निकालने की धमकी के विरोध में प्रदर्शन चल रहा है। अनुबंधित शिक्षकों ने इस मामले में विश्वविद्यालय के कुलपति कि लिखित में शिकायत शिक्षामंत्री हरियाणा सरकार और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति व प्रदेश के सत्यदेव नारायण आर्य से भी की है।
इस संबंध में सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा ने अनुबंधित शिक्षकों को न्याय दिलाने के लिए माननीय मुख्यमत्री हरियाणा, शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव हरियाणा ओर उच्चतर शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है। अनुबंधित शिक्षकों ने कहा कि जबतक विश्वविद्यालय प्रशासन हमारी मांगों पर लिखित में सहमति नहीं देता है तो तब तक लंच टाईम में प्रदर्शन जारी रहेगा। अनुबंधित शिक्षकों ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा गठित दो सदस्यीय कमेटी के पास आश्वासनों के सिवाये कुछ नहीं था क्योंकि उनके आश्वासन पूर्व में भी दिये जा चुके है, जिससे अनुबधित शिक्षको को निराशा ही मिली है।
अनुबंधित शिक्षको ने कहा कि उनका लंच टाईम में रोष मार्च जारी रहेगा जबतक कि विश्वविद्यालय प्रशासन हमारी मांगें पूरी नहीं करता है या फिर भी लिखित में आश्वासन नहीं देता है। अनुबंधित महिला शिक्षकों में अपने प्रति न्याय ना मिलन से आक्रोश और निराशा है साथ उन्होंने जिले के विभिन्न महिला संगठनो ंद्वारा उनके सम्मान में आवाज नहीं उठाने के प्रति भी निराशा जताई है।
अनुबंधित शिक्षकों ने कहा कि सभी शिक्षगण मानसिक, आर्थिक और शारीरिक पीड़ा से गुजर रहे है क्योंकि महगाई ने स्थिति को बद से बदत्तर बना दिया है। उन्होने कहा कि आलम यह हो चला है कि पिछले दो महिने से हमे नियमित सैलरी का भी भुगतान नहीं किया गया है। इस अवसर पर डा. नवीन चहल, डा. जापान, डा. सुरेद्र शर्मा, डा. राहुल देव, राहुल गर्ग, डा. महेश, डा. अजय, डा. विवेक जैन, संगीता, डा. योगिता, डा. श्वेता, रितु, सुनीता, दिशा छाबड़ा, डा. तन्नु शर्मा, सरिता मान, डा. अभिनव, सुभाष, डा. अनिल कुमार, राकेश कुमार, अमित जागड़ा, सचिन कुमार, गौरव कुमार, राहुल अरोड़ा, बलवान सिंह, पंकज कुमार, डा. ज्ञान सागर, डा. सुशील कुमार इत्यादि उपस्थित थे।