उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ के विशेष प्रयासों से एनआईसी ने तैयार की मोबाईल एप
प्रथम चरण में 12 तरह की घटना और दुर्घटना में पहुंचाई जा सकती है सहायता
एक सप्ताह में गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगी एप, एनआईसी कुरुक्षेत्र में बनेगा कंट्रोल रुम
उपायुक्त ने मोबाईल को तैयार करने में एनआईसी अधिकारी विनोद सिंगला व उनकी टीम को दी शुभकामनाएं
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र में अब आमजन किसी भी प्रकार की दुर्घटना में किसी भी अनजान व्यक्ति की सहायता कर सकेंगे। इस जिले में दुर्घटना में घायल व्यक्ति की सहायता करने के लिए प्रशासन ने हेल्प दा निडी मोबाईल एप तैयार की है। इस मोबाईल एप पर प्रथम चरण में 12 तरह की घटना-दुर्घटना में सहायता की जा सकेगी। अहम पहलू यह है कि आगामी एक सप्ताह में यह एप गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध होगी। इस मोबाईल एप को एनआईसी अधिकारी विनोद सिंगला और उनकी टीम द्वारा तैयार किया गया है।
खास बात यह है कि उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ ने दो माह पहले एनआईसी अधिकारियों के साथ चर्चा करके समाज सेवा करने के उदेश्य से मोबाईल एप बनाने के निर्देश दिए थे। उपायुक्त मुकुल कुमार ने शुक्रवार को लघु सचिवालय उपायुक्त कार्यालय में लोगों की सुविधा के लिए हेल्प दा निडी मोबाईल एप को विधिवत रुप से लांच किया। इससे पहले एनआईसी अधिकारी विनोद सिंगला ने हेल्प दा निडी मोबाईल एप के बारे में उपायुक्त के साथ-साथ तमाम अधिकारियों को विस्तार से जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार इस एप के जरिए किसी अनजान व्यक्ति, घायल जानवर और पक्षी की सहायता की जा सकती है।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने बातचीत करते हुए कहा कि एनआईसी अधिकारी विनोद सिंगला व उनकी टीम ने लोगों की सहायता करने के उदेश्य से हेल्प दा निडी मोबाईल एप को तैयार करके एक सराहनीय कार्य किया है। इस मोर्बाइल एप से कोई भी व्यक्ति सहजता से किसी भी घायल व्यक्ति की सहायता करने में सक्षम होगा। इस मोबाईल एप को नवीनतम तकनीकी को जहन में रखकर तैयार किया गया है और इस मोबाईल एप को एंड्रायंड व आईओएस मोर्बाइल पर डाउनलोड किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि समाज में किस प्रकार की तकनीकी का प्रयोग करके सही मायने में समाज सेवा की जा सकती है और समाज सेवा करना सबका नैतिक कर्तव्य है और इस मोबाईल एप की जरिए कोई भी व्यक्ति किसी जरुरतमंद की सहायता करने में सक्षम होगा।
इस मोबाईल एप को शुरुआती दौर में एनजीओ के साथ शेयर किया जाएगा। इसके बाद एनजीओ अपने सदस्यों के साथ करेगी और एनजीओ के सदस्य आमजन के साथ मोबाईल एप को शेयर करेंगे। इसके लिए एनआईसी कार्यालय में हर सप्ताह एनजीओ के साथ एक बैठक का आयोजन करने का भी प्रस्ताव तैयार किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों तक इस मोबाईल एप को पहुंचाया ताकि हर व्यक्ति किसी जरुरतमंद व्यक्ति की सहायता करने में सक्षम हो सके। इतना ही नहीं आगामी एक सप्ताह में यह मोबाईल एप गूगल प्ले स्टोर भी उपलब्ध करवा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दो माह में इस विकसित करने में एनआईसी अधिकारी विनोद सिंगला व उनकी टीम के सदस्य एडीआईओ भारती, राजीव, आशीष, अथर अली, हेमा, अरुण और मोहित ने उल्लेखनीय कार्य किया है।
प्रथम चरण में मोबाईल एप से दी जा सकेगी 12 तरह की सहायता
एनआईसी अधिकारी विनोद सिंगला ने कहा कि हेल्प दा निडी मोबाईल एप लांच होने के बाद कुरुक्षेत्र भी देश की उन एनआईसी में शामिल हो जाएगा, जो चैलेंज ऑफ मोबाईल एप के लिए एंट्री भेजेंगे। इस मोबाईल एप में मानव, जानवरों और पक्षियों को 12 तरह की सहायता पहुंचाई जा सकेगी। जिसमें जानवरों व पक्षियों के घायल होने, मृत्यु होने, बच्चों के गुम होने, बाल मजदूरी व बच्चों द्वारा भीख मांगने की सूचना देने, मानव के घायल होने या फिर किसी अन्य तरह की सहायता दी जा सकती है। इसके लिए कोई भी व्यक्ति फोटो खिंचकर मोबाईल एप पर अपलोड करेगा और यह फोटो सम्बन्धित एनजीओ के पास घायल व्यक्ति या जानवर की लोकेशन सहित पहुंच जाएगी और इस लोकेशन के जरिए एनजीओ और समाज सेवी सम्बन्धित व्यक्ति को सहायता पहुंचा सकेगा। इसका कंट्रोल एनआईसी द्वारा किया जाएगा।