धर्मनगरी में लगेगा शिल्प मेला, रंगकर्मी और नृत्य कलाकार बिखेरेंगे सांस्कृतिक छटा
नृत्य, नाटक, मूर्तिशिल्प, पेंटिग्स और शिल्प बाजार से सजेगा कला कीर्ति भवन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा कला परिषद प्रदेश की कला और संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने में निरंतर प्रयासरत है। मंचीय प्रस्तुतियों के माध्यम से जहां एक ओर हरियाणा कला परिषद द्वारा कलाकारों को मंच मुहैया करवाकर संस्कृति का विस्तार किया जाता है, वहीं दूसरी ओर कोरोना महामारी के दौरान आनलाईन कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों को घर बैठे मनोरंजन प्रदान करने का सराहनीय कार्य भी कला परिषद द्वारा किया गया। इसी कड़ी में फिर से सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से कला परिषद अपने उद्देश्य को पूरा करने में जुट गई है।
विश्व रंगमंच दिवस के उपलक्ष्य में हरियाणा कला परिषद द्वारा नाट्य रंग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज तथा विकास आयुक्त हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से 17 मार्च से दस दिवसीय भव्य शिल्प मेले का भी आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने दी। उन्होंने बताया कि पूर्व में हरियाणा कला परिषद द्वारा निरंतर कलात्मक गतिविधियों का आयोजन किया जाता था। किंतु कोरेाना महामारी के कारण एक ओर जहां कलाकारों को परेशानियों का सामना करना पड़ा हैं, वहीं शिल्पकार भी आर्थिक कठिनाई को झेलते नजर आए हैं।
कोरोना की परिस्थितियां बेहतर होने की स्थिति को देखते हुए हरियाणा कला परिषद द्वारा विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर सात दिवसीय नाट्य समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गया, जिसे कला एवं संस्कृति मंत्री कंवरपाल गुर्जर द्वारा स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही भारत सरकार एवं एनसीजेडसीसी के माध्यम से शिल्प मेला लगाने का भी विचार किया गया ताकि स्थानीय लोगों को कुरुक्षेत्र में लघु गीता जंयती जैसा दृश्य देखने का मौका मिल सके।
17 मार्च से लगेगा शिल्प मेला
संजय भसीन ने बताया कि शिल्प मेले का आयोजन 17 मार्च से प्रारम्भ होगा, जिसका उद्घाटन नप अध्यक्षा उमा सुधा द्वारा किया जाएगा। प्रतिदिन 11 बजे से 9 बजे तक चलने वाले इस मेले के दौरान एक ओर जहां 100 शिल्प हाट से शिल्प बाजार लगेगा, वहीं विभिन्न सांस्कृतिक दल अपने नृत्य की छटा बिखेरते हुए आगंतुको का मनोरंजन भी करेंगे। इसके अलावा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग से कला अधिकारी मूर्तिशिल्प हृद्य कौशल द्वारा मूर्तिशिल्प प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें विभिन्न स्थानों के शिल्पकारों के मूर्तिशिल्प प्रदर्शित किए जाएगें। इसके अलावा चित्रकला प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।
21 मार्च से नाट्य रंग महोत्सव का आयोजन
भसीन ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 से 27 मार्च तक प्रतिदिन सायं 6 बजे भरतमुनि रंगशाला में नाटको का मंचन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले दिन नाटक सैंया भए कोतवाल मंचित होगा, जिसमें मुख्यअतिथि के रुप में मशहूर फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा उपस्थित रहेंगे। इसके अतिरिक्त दूसरे दिन सार्थक साहित्य संघ करनाल के कलाकारों द्वारा संजीव लखनपाल के निर्देशन में नाटक इंकलाब का मंचन किया जाएगा। उत्सव के तीसरे दिन मेघदूत थियेटर ग्रुप भिवानी के कलाकार कौशल भारद्वाज का नाटक बाबू जी ठीक कहते थे मंचित करेंगे। वहीं 24 मार्च को रवि मोहन रास द्वारा तैयार नाटक बलि और शंभू का मंचन किया जाएगा। इसके अलावा 25 मार्च को कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रधान सचिव डी.सुरेश की उपस्थिति में अभिनय रंगमंच हिसार के कलाकार मनीष जोशी के निर्देशन में नाटक दास्तां गुरु तेग बहादुर प्रस्तुत करेंगे। अगले दिन ऋषिपाल योगी द्वारा पाली भूपिंद्र का लिखा नाटक मां मंचित होगा और विश्व रंगमंच दिवस पर 27 मार्च को कुरुक्षेत्र के न्यू उत्थान थियेटर ग्रुप द्वारा फणीश्वर नाथ रेणू की प्रसिद्ध रचना पर आधारित हास्य नाटक पंचलाईट प्रस्तुत किया जाएगा। भसीन ने बताया कि नाटकों के मंचन के दौरान दर्शकों की संख्या सीमित रहेगी तथा कोविड 19 के बचाव हेतु सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया कि दर्शकों का बिना मास्क के प्रवेश वर्जित रहेगा।