न्यूज डेक्स संवाददाता
शाहाबाद। विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार के पक्ष में वोट करने पर विधायक रामकरण से हल्के के किसान नाराज चल रहे थे और विधायक रामकरण, खेलमंत्री संदीप सिंह का विरोध करने की तैयारी में थे। किसानों का यही रोष रविवार को फूटा। किसानों ने विधायक रामकरण काला के पुतले की अर्थी बनाकर पूरे नगर में घुमाया और विधायक रामकरण को लालची व किसान विरोधी बताया। किसानों ने कहा कि एक ओर तो विधायक अपने आपको 36 बिरादरी का हितैषी बताता है वहीं चेयरमैनी व कुर्सी के लालच में किसानों के खिलाफ ही वोट डालता है। उन्होंने कहा कि अगर हलके के किसान विधायक को विधानसभा भेजने का कार्य कर सकते है तो वही किसान अपने गांवों में विधायक की एंट्री भी बंद कर सकते है। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने अब यह ठान लिया है कि वह खेल मंत्री संदीप सिंह व विधायक रामकरण काला का हर कार्यक्रम में विरोध करेगें।
विधायक रामकरण बोले
जब इस बारे में विधायक रामकरण से बात की गई तो उन्होंने कहा कि विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस पार्टी द्वारा लाया गया था न कि किसानों के लिए लाया गया था। वह जजपा पार्टी से विधायक है और सरकार में उनकी भागीदारी है। इसीलिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी को वोट न देकर सरकार के पक्ष में वोट दी है। उन्होंने वह किसान विरोधी नहीं किसान हितैषी है और हमेशा से किसानों की आवाज को बुलंद करते आए है। विधायक ने कहा कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा किसानों के हित में अपने विधायकों सहित इस्तीफा देते है तो वह भी किसानों के हित में अपना त्याग पत्र सरकार को सौंप देगें।