महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में सरकार का सशक्त निर्णय
असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर को करप्शन ब्यूरो की टीम ने युवती के साथ पकड़ा था आपत्तिजनक स्थित में
युवती ने लगाये थे यौन उत्पीड़न और कार्रवाई के बदले रुपये मांगने के आरोप
महिला अपराध शाखा के प्रभारी एसीपी हैं कैलाश बोहरा के खिलाफ 6 मार्च को युवती ने की थी शिकायत
न्यूज डेक्स राजस्थान
जयपुर। संसदीय कार्यमंत्री शांति कुमार धारीवाल ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि पुलिस उपायुक्त (पूर्व) कार्यालय की महिला अपराध शाखा के प्रभारी एसीपी कैलाश बोहरा को बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि बोहरा पर बलात्कार के एक मामले में कार्रवाई के बदले रुपये और पीड़िता की अस्मत मांगने का आरोप है। बोहरा को रविवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था।
धारीवाल ने शून्यकाल में इस संबंध में विधायक राजेंद्र सिंह राठौड़ की ओर से उठाए गए मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए बताया कि राज्य सरकार संवेदनशील शासन देने को प्रतिबद्ध है। संविधान के अनुच्छेद 311 का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि बर्खास्तगी के लिए प्रक्रिया का पालन करना होता है लेकिन इस तरह के बहुत ही गंभीर मामले में सरकार ने सीधे कार्यवाही शुरू कर दी है। श्री धारीवाल ने सदन को आश्वस्त किया कि आरोपों के बावजूद कैलाश बोहरा की फील्ड पोस्टिंग किए जाने के मामले की जांच करवाकर कार्यवाही की जाएगी।
संसदीय कार्यमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि महिला उत्पीड़न के आरोपी पुलिस अफसरों को फील्ड पोस्टिंग से हटाने के संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा कर उचित कार्यवाही की जाएगी।
काबिलेगौर है कि राजस्थान पुलिस के एसीपी की खाफी को शर्मसार करने करने वाली हरकत सामने आई थी। इस अफसर पर कार्रवाई की एवज में रिश्वत की डिमांड करने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था। एंटी करप्शन ब्यूरो ने कैलाश बोहरा नाम के इस अफसर को रविवार को उनके दफ्तर में ही एक युवती के साथ आपत्तिजनक स्थित में गिरफ्तार किया था। इस प्रकरण के सामने आने के बाद युवती ने कैलाश बोहरा पर रिश्वत मांगने और यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाये थे।
मामला कुछ यूं था कि युवती ने जवाहर सर्कल थाने में एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म और धोखाधड़ी जैसी अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई हुई हैं। इन मामलों की जांच के लिए अफ्सर कैलाश बोहरा शिकायतकर्ता युवती को अनेक बार अपने दफ्तर में बुला चुका था। युवती का आरोप है कि यह अफसर कई बार उसे दफ्तर के बाद भी मिलने का दबाव बनाने लगा। युवती के मुताबिक वह कैलाश बोहरा के इस रवैये बेहद परेशान थी,इसी की वजह से उसे करप्शन ब्यूरो को शिकायत करने के लिये विवश होना पड़ा।
राजस्थान पुलिस सेवा में आफिसर कैलाश बोहरा जयपुर शहर (पूर्वी) जिले में कार्यरत हैं और महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में बतौर प्रभारी असिस्टेंट पुलिस कमिशनर के पद पर तैनात हैं। पीड़िता युवती ने 6 मार्च को एसीपी कैलाश बोहरा के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।