Friday, November 22, 2024
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पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने किया बैंकों की दो दिवसीय हड़ताल का समर्थन

by Newz Dex
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निजीकरण करके एससी और बीसी का सरकारी नौकरियों में आरक्षण खत्म करना चाहती है सरकार : अरोड़ा

श्री कृष्ण आयुर्वेदिक कॉलेज के आयुष विश्वविद्यालय में विलय का भी विरोध जताया अरोड़ा ने 

न्यूज डेक्स संवाददाता

कुरुक्षेत्र। हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने निजीकरण के विरूद्ध बैंक कर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल का समर्थन करते हुए कहा कि नीजिकरण करके भाजपा और आरएसएस एससी और बीसी का सरकारी नौकरियों में आरक्षण खत्म करना चाहते हैं।  उन्होंने कहा कि भाजपा और संघ की शुरु से ही यह सोच  रही है कि गरीब एससी व बीसी को सरकारी नौकरियों में दिया जाने वाला आरक्षण खत्म किया जाए और इसी साजिश के तहत अब सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों, बैंकों इत्यादि का निजीकरण किया जा रहा है, क्योंकि निजीकरण होने से एससी व बीसी को नौकरी में आरक्षण का लाभ नही मिलेगा। इस प्रकार बाबा साहेब अंबेड़कर ने गरीब व कुचले वर्ग को जो आरक्षण का अधिकार संविधान में दिया था उसको खत्म करने की साजिश सरकार कर रही है। 

अरोड़ा ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार आई है पीयूसी को बेचने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस के शासनकाल में जितने भी पीयूसी स्थापित किए गए उन सबको भाजपा सरकार बेचने का काम कर रही है। पिछले 7 वर्ष के भाजपा शासन में एक भी नए पीयूसी की स्थापना नही की गई। देश नही बिकने दूंगा का नारा लगाने वाले प्रधानमंत्री मोदी आज देश को बेचने पर तुले हुए हैं। बैंकों का निजीकरण होने से एक बार फिर से बडे़-बडे़ पूंजीपितयों का बैंकों पर कब्जा हो जाएगा। जबकि स्व. इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण करके आम लोगों के लिए बैंकों के दरबाजे खोले थे।

पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने श्री कृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के श्री कृष्ण आयुष विश्वविद्यालय में विलय करने का विरोध करते हुए कहा कि यह प्रदेश का एकमात्र सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज है, जिसकी अलग से अपनी एक पहचान है। कुरुक्षेत्र में आयुष विश्वविद्यालय का बनना अच्छी बात है, लेकिन श्री कृष्ण राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज का इस विश्वविद्यालय में विलय नही होना चाहिए क्योंकि इस कॉलेज की पहचान खत्म हो जाएगी। कॉलेज की आयुष विश्वविद्यालय से संबंधता होनी चाहिए। विश्वविद्यालय चाहे तो अपना अलग से आयुर्वेदिक कॉलेज बना सकता है। अरोड़ा ने कॉलेज का विलय न करने के विरोध में आंदोलरत शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों के आंदोलन का भी समर्थन किया। 

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