थानेसर के विधायक सुभाष सुधा ने विधानसभा के पटल पर रखा 12 सूत्रीय एजेंडा कार्यक्रम्र
पिपली को नगरपरिषद थानेसर में शामिल करने, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी को सालाना 350 करोड़ रुपए का बजट देने, कुरुक्षेत्र को बाईपास की सौगात देने, नए एसटीपी व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की मांग को पूरा करने के लिए विधायक ने सरकार से अपील, गांव मिर्जापुर में किसानों की 132 एकड़ भूमि रिलीज करने की मांग को रखा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि राज्य सरकार ने थानेसर विधानसभा को विकसित और सुंदर बनाने के लिए कई 100 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया है और कई 100 करोड़ रुपए की योजनाओं पर काम चल रहा है। इन तमाम प्रयासों के बावजूद थानेसर विधानसभा को और अधिक विकसित करने, पर्यटन स्थली बनाने और महाभारत थीम पर सौन्द्रर्यकरण करने के लिए 12 सूत्रीय कार्यक्रम तय किया है। इस 12 सूत्रीय कार्यक्रम को विधानसभा के पटल पर रखकर सरकार से तमाम एजेंडों पर अमल करने की अपील की है।
विधायक सुभाष सुधा ने मंगलवार को दूरभाष पर चंडीगढ से बातचीत करते हुए बताया कि थानेसर विधानसभा क्षेत्र के लोगों की मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने, सौन्द्रर्यकरण करने, पर्यटन के रूप में विकसित करने सहित अन्य विषयों को लेकर 12 सूत्रीय एजेंडे को विधानसभा में रखा है। इस एजेंडे के अनुसार पिपली को थानेसर नगरपरिषद में शामिल करने, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को सलाना 350 करोड़ रुपए का बजट मुहैया करवाने, देश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी को तेज गति के साथ स्थापित करने, कुरुक्षेत्र में बाईपास का निर्माण करने, नए एसटीपी और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने, पिपली में आधुनिक बस स्टैंड परियोजना पर तेजी से काम करने, थानेसर शहर के प्रवेश द्वारों, मुख्य चौराहों और सेक्टरों के गेटों को महाभारत थीम पर विकसित करने जैसी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सरकार से अपील की गई है।
इसके अलावा विधायक ने गांव मिर्जापुर में किसानों की 132 एकड़ जमीन को रिलिज करने की मांग की है और आयुष यूनिवर्सिटी को कॉलेज में मर्ज ना करने की मांग रखी है अगर कॉलेज को यूनिवर्सिटी में मर्ज किया जाना है तो शिक्षकों और कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखा जाएं। इसके अलावा 100 बैड का एक और नया अस्पताल बनाया जाए और कुरुक्षेत्र कलस्टर के लिए ठोस कचरा प्रबंधन के प्रोजेक्ट को भी स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा एक-हरियाणवी एक व सबका साथ-सबका विकास के सिद्घांत पर सभी विभागों द्वारा राज्य के प्रत्येक नागरिक के हितों व भविष्य को ध्यान में रखते हुए नई-नई नीतियां बनाने व सभी को आधुनिक व उच्च स्तर पर बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने के लिए संकल्पित है। वित्तिय वर्ष 2021-22 के लिए 1,55,645 करोड रुपए का प्रावधान रखा गया है जोकि पिछले वित्तिय वर्ष से 13 प्रतिशत अधिक है।
विधायक ने विधानसभा के पटल पर सुझाव प्रस्तुत करते हुए कहा कि थानेसर में बड़े स्तर पर पोस्ट हारवेस्टिंग मैनेजमेंट केन्द्र स्थापित किया जाना चाहिए। जिसके तहत कुरुक्षेत्र व आस-पास जिले के किसान सब्जियां व फल के उत्पादन के पश्चात इसकी सही व उचित ढंग से पैकिंग, छंटाई, सफाई, ग्रेडिंग व स्टोरेज कर सके ताकि फसल चक्र के बाद इसको सही कीमत पर बाजार में बेच सके। फूड प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जाए स्थापित किया जाए जिसके तहत छोटे- छोटे किसान इसमें काम कर सके जैसे जैम बनाना, चिप्स इत्यादि और फसल बीमा योजना की तरह किसान बीमा योजना भी आरम्भ करनी चाहिए। विधायक ने विधानसभा पटल पर थानेसर विधानसभा में किए गए विकास कार्यों का धन्यवाद करते हुए कहा कि गांव कैंथला में एसवाईएल व नरवाना ब्रांच नहर पर पुल का नवनिर्माण व 12 मीटर से 27 मीटर चौड़ा करने का कार्य 5.90 करोड लागत से करवाया जा रहा है, बटहेडा हैड नजदीक किरमिच पर पुल का नव निर्माण करवाया गया 2.80 करोड़ रुपए से करवाया गया।
खासपुर गांव से निकलते हुए फलैड वाटर ड्रेन जोकि पिछले 50 साल से कच्ची थी उसको पक्का करने की मंजूरी प्रदान की गई। जिससे 2500 से 3 हजार एकड फसल खराब होने से बचेगी। उन्होंने विधानसभा पटल पर थानेसर विधानसभा क्षेत्र के लिए कुछ सुझाव प्रस्तुत करते हुए कहा कि जनसूई हैड से बटहेडा हैड तक भाखडा नहर 1952 से बनी हुई है। जिसकी क्षमता 3500 क्यूसिक है। परंतु वर्तमान समय में इस नहर की दिवारें जर्जर हालत में है। नहर के बीच गार जमी हुई है जिसकी वजह से यह नहर अपनी क्षमता अनुसार पानी नहीं लेती। अभी 2600 क्यूसिक पानी ही आ रहा है। इस नहर से शाहबाद, पिहोवा, थानेसर के कई गांवों में ड्रेनेज द्वारा पानी किसानों को उपलब्ध करवाया जाता है। इसलिए इसका नवनिर्माण करवाया जाए तथा ज्योतिसर हैड से पबनावा डिस्ट्रीब्यूट्री नाम से रजवाहा निकलता है। यह 1982 में बनाया गया था।
इस रजवाहा के माध्यम से नहर का पानी गांव रावगढ़, बारना, बारवा, घराडसी, पिंडारसी से पबनावा तक खेतों में सिंचाई के लिए प्रयोग किया जाता है। इस रजवाहे का पुननिर्माण करवाया जाए। गांव किरमिच व दबखेडी से एसवाईएल, नरवाना ब्रंाच नहर निकलती है जिस पर पुराने बने पुल का पुननिर्माण व चौडा करवाया जाए। ज्योतिसर हैड से सरस्वती फीडर पर नए ब्रिज का निर्माण करवाया जाए। जिससे गांव रावगढ़ के आमजन के आने जाने की सुविधा व सुरक्षा व्यवस्था हो सके। उन्होंने विधानसभा पटल पर थानेसर विधानसभा क्षेत्र के लिए विकास कार्यों का धन्यवाद करते हुए कहा कि 30 करोड़ रुपए से थानेसर शहर में पुराने पेयजल पाईपों की जगह नई पाईप लाईन बिछाई गई, थानेसर शहर में सीवरेज व्यवस्था के लिए नई पाईप लाईन बिछाई गई जिस पर 40 करोड़ खर्च आया, 27 करोड़ रुपए की लागत से गांव नरकातारी में आधुनिक तकनीक सहित नए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को लगाया गया, 15 करोड़ रुपए की लागत से नए बस स्टैंड के सामने आधुनिक तकनीक सहित नए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को लगाया गया।
उन्होंने विधानसभा पटल पर थानेसर विधानसभा क्षेत्र के लिए कुछ सुझाव प्रस्तुत करते हुए कहा कि सरकार की महाग्राम योजना के अनुसार 10 हजार जनसंख्या वाले गांवों मे सीवरेज व्यवस्था दी जा रही है। लेकिन उन्होंने कहा कि थानेसर हल्के में अमीन, किरमिच, ज्योतिसर, बारवा, बारना, मिर्जापुर, खेडी मारकंडा, हथीरा, बाहरी ऐसे बडे गांव है जहां जनसंख्या अत्याधिक है इन गांवों में सीवरेज व्यवस्था योजना को लागू किया जाए। गांव खेडी मारकंडा पंचायत द्वारा उचित भूमि विभाग को एसटीपी निर्माण कार्य के लिए दी जा रही है। शीघ्र ही इस पर कार्य आरम्भ करवाया जाएगा। कुरुक्षेत्र में हुडा सेक्टर 2, 3,4,5, 7,8, 13 है। परंतु हुडा विभाग में पब्लिक हैल्थ विंग के अधिकारी बहुत कम है ना ही कोई मशनीरी है जिससे समय-समय पर सीवरेज सफाई, पीने के पाईप लाईन की मुरम्मत करवाई जा सके। इसलिए सेक्टरों का वाटर सप्लाई व सीवरेज कार्य पब्लिक हैल्थ विभाग को स्थानातरित कर दिया जाए।
विभाग को बड़ी सीवरेज क्लीनिंग मशीन के साथ-साथ छोटी मशीने भी उपलब्ध करवाई जाएं जोकि तंग गलियों में जाकर सही ढंग से सफाई कर सके। सेक्टर 30 में पीने के पानी व सीवरेज पाईप लाईन तकनीकी रूप से सही व्यवस्था ना होने के कारण सीवरेज का पानी पीने के पानी को दूषित कर रहा है जिससे यहां पीलिया जैसी गंभीर बीमारी फैलने का खतरा है। दोनों पाईप लाईनों को नया डलवाया जाए। थानेसर में पानी के टयूबल लगाने की प्रयाप्त भूमि उपलब्ध नहीं है व भूमिगत जलस्तर गिरावट होने की वजह से यह सुझाव है कि नरकतारी में स्थापित एसटीपी के पास उचित भूमि पर या अन्य किसी जगह वाटर ट्रीट मेंट प्लांट लगाया जाए। जोकि नजदीक नरवाना ब्रांच नहर से पानी लेकर व ट्रीट करके शहर में सप्लाई किया जा सकता है। जिससे टयूबल लगवाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
उन्होंने विधानसभा पटल पर थानेसर विधानसभा क्षेत्र के लिए विकास कार्यों का धन्यवाद करते हुए कहा कि भारत की प्रथम आयुष यूनिवर्सिटी फतुहपुर गांव में 100 एकड़ में स्थापित की गई, उन्होंने विधानसभा पटल पर थानेसर विधानसभा क्षेत्र के लिए विकास कार्यों का धन्यवाद करते हुए कहा कि 39 करोड़ रुपए की लागत से एल.एन.जे.पी अस्पताल के 100 बिस्तर के नए भवन का निर्माण करवाया गया, 5 करोड़ रुपए की लागत से गांव बारना में पी.एच.सी भवन का नवनिर्माण और खेडी राम नगर में नर्सिंग भवन का निर्माण करवाया जा रहा है। उन्होनें कहा कि गांव ज्योतिसर सम्पूर्ण दुनियां में भगवान श्रीकृष्ण के गीता उपदेश से प्रसिद्घ है। भारत सरकार व हरियाणा सरकार दोनो मिलकर यहां पर तीर्थ यात्रियां व पर्यटकों के लिए उचित सुविधाओं के लिए खर्च कर रही है। लेकिन दुख की बात यह है कि सब हैल्थ सैंटर किराए के भवन पर चलाएं जा रहे है।
यहां पर सब सैंटर की बजाए पी.एच.सी का निर्माण नए भवन में करवाया जाए। उन्होंने थानेसर विधानसभा क्षेत्र में बनाएं गए द्रोणाचार्य स्टेडियम में स्नेथैटिक ट्रैक का नवनिर्माण 8 करोड़ रुपए की लागत से करवाया गया। उन्होंने विधानसभा पटल पर थानेसर विधानसभा क्षेत्र के लिए कुछ सुझाव प्रस्तुत करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा गांव पलवल में 20 एकड़ में स्वर्ण जंयती स्टेडियम बनाने की घोषणा की गई थी। किन्ही कारणों की वजह से विभाग ने इस घोषणा को रद्द कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र का एक मात्र व सबसे पुराना द्रोणाचार्य स्टेडियम के नाम से है, जहां पर अब सेनथैटिक ट्रैक बनाया जा चुका है। इसलिए अन्य खिलाडिय़ों के प्रशिक्षण व अभ्यास के लिए प्रर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं है। इसलिए गांव पलवल की 20 एकड़ जमीन जोकि खेल एवं युवा विभाग को स्थानातरण कर दी गई थी। इसी जमीन पर वल्यू ड्रम, वॉलीवाल, बास्केटबाल, क्रिकेट स्टेडियम, जुडो, बाक्सिंग,स्वीमिंग पूल,शूटिंग रेंज, हॉकी एस्टोट्रफ व अन्य खिलाडिय़ों के प्रशिक्षण व अभ्यास के लिए स्टेडिय़म बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि गांव अमीन में 60 प्रतिशत युवा वॉलीवाल गेम्स के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है। परंतु इस गांव में अभी तक खिलाडियों के प्रशिक्षण व युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करने के लिए स्टेडियम नहीं है। इसलिए आधुनिक सुविधाओं के साथ स्टेडियम का निर्माण करवाया जाए। इसके लिए प्रर्याप्त जमीन ग्राम पंचायत के पास उपलब्ध है। गांव किरमिच, ज्योतिसर, बारवा, भिवानी खेडा में ग्राम पंचायत उचित जमीन देने के लिए तैयार है। यहां पर खेल स्टेडियम व जिम बनवाया जाए।