न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 7 अगस्त। कुरुक्षेत्र के बच्चे अब राजकीय स्कूल में भी इंग्लिश मीडियम में शिक्षा ग्रहण करेंगे और एक ही स्कूल में पहली से बारहवीं कक्षा तक लडक़े और लड़कियां एक साथ पढ़ाई भी कर सकेंगे। इन बच्चों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाने के लिए योग्य शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाएगी। इन शिक्षकों का चयन मुख्यालय की कमेटी द्वारा किया जाएगा। इस जिले में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वितीय गेट के पास स्थित राजकीय स्कूल को मॉडल संस्कृति स्कूल बनाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी मोहर लगा दी है। अहम पहलू यह है कि शिक्षा विभाग निदेशालय से पत्र आते ही इस स्कूल को मॉडल संस्कृति स्कूल के रुप में स्थापित कर दिया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग की तरफ से पूरी तैयारियां कर ली गई है। विधायक सुभाष सुधा गत्त दिवस कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के द्वितीय गेट पर स्थित राजकीय स्कूल को मॉडल संस्कृति स्कूल बनाने के प्रस्ताव को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिले। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राजकीय स्कूल को मॉडल संस्कृति स्कूल बनाने पर अपनी मोहर लगा दी है। इस प्रस्ताव को जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री द्वारा तैयार किया गया था। विधायक ने कहा कि कुरुक्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि बच्चों को अब से पहले भारी-भरकम फीस देकर इंग्लिश मीडियम विषय पढऩे के लिए निजी स्कूलों में दाखिला लेना पड़ता था, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से अब बच्चों को राजकीय स्कूल में ही इंग्लिश मीडियम में शिक्षा ग्रहण करने की सुविधा मिल पाएंगी। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मॉडल संस्कृति स्कूल बनने से कुरुक्षेत्र के विद्यार्थियों को राजकीय स्कूल में अच्छी शिक्षा मिल पाएगी। इस स्कूल को इंग्लिश मीडियम बनाया जाएगा और यह स्कूल को-ऐजूकेशन का होगा, यानि लडक़े और लड़कियां एक साथ शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। इतना ही नहीं पहली कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक का होगा। इस स्कूल के लिए इंग्लिश मीडियम में विषय पढ़ाने वाले शिक्षकों का चयन किया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग निदेशालय चंडीगढ़ द्वारा पूरे प्रदेश से इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ाने के लिए इच्छा अनुसार आवेदन मांगे जाएंगे और इसके बाद मुख्यालय स्तर पर गठित कमेटी द्वारा शिक्षकों का चयन किया जाएगा। विधायक ने कहा कि जिला शिक्षा विभाग द्वारा इस स्कूल को मॉडल संस्कृति स्कूल के रुप में चलाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। जैसे ही शिक्षा विभाग निदेशालय की तरफ से जिला प्रशासन के पास पत्र पहुंचेंगा तो इस योजना को अमलीजामा पहनाना दिया जाएगा। इतना ही नहीं अगर शिक्षा विभाग का पत्र जल्द आ जाता है तो इस सत्र के लिए भी आनलाईन दाखिले की प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार बच्चों को अच्छी गुणवता वाली शिक्षा देने के लिए इस प्रकार की योजनाओं को लागू कर रही है।