शिल्प मेला बन रहा आर्कषण का केंद्र, स्थानीय लोगों में दिखा उत्साह
बीन और नगाड़ा पार्टी से बनी शिल्प मेले की रौनक, हरियाणवी धुनों पर थिरके लोग
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा कला परिषद के कलाकीर्ति भवन में चल रहे गांधी शिल्प बाजार की रौनक देखते ही बन रही है। लम्बे समय से सांस्कृतिक तथा कलात्मक गतिविधियों से दूर लोगों के जीवन की नीरसता को शिल्प मेला दूर कर रहा है। एक ओर जहां विभिन्न प्रांतों के शिल्पकारों के शिल्प लोगों को अपनी ओर खींच रहे हैं, वहीं हरियाणवी वाद्ययंत्रों पर लोकधुने सुना रहे लोक कलाकार भी सांस्कृतिक दृश्य प्रस्तुत कर रहे हैं। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज तथा हस्तशिल्प विकास आयुक्त वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा लगाए गए गांधी शिल्प बाजार में आने वाले स्थानीय लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। फिरोजाबाद से देवेन सिंह द्वारा लगाई गई ग्लास प्रदर्शनी और बनारस की साड़ीया महिलाओं को खूब आकर्षित कर रही हैं। बागपत की चादरें, कन्याकुमारी के आभूषण, आसाम का केन बेम्बो भी लोगों के लिए लुभावना साबित हो रहा है। शिल्प मेले के दूसरे दिन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. संजीव शर्मा तथा सुमिता शर्मा ने भी शिल्प बाजार का अवलोकन किया। इस दौरान स्थानीय लोग लोकवाद्य यंत्रों की धुनों पर थिरकते हुए भी नजर आए।
मुख्यमंत्री ने दिया बधाई संदेश
हरियाणा कला परिषद के प्रांगण में लगे शिल्प बाजार की कामयाबी तथा कलाकारों और शिल्पकारों के अनूठे संगम से जहां कुरुक्षेत्रवासी आनंदित हो रहे हैं, वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी बधाई संदेश देते हुए कला परिषद का उत्साहवर्धन किया। कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दिशा निर्देश अनुसार हरियाणा में आयोजित शिल्प बाजार की भव्यता और कलाकारों के प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री ने बधाई संदेश देकर महोत्सव की सराहना की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम तथा प्रत्येक वर्ष शिल्प बाजार आयोजित करने के निर्देश भी दिये गए।
हरियाणवी दृश्य दे रहा कोरोना से बचाव का संदेश
कला कीर्ति भवन के प्रांगण में आयोजित शिल्प बाजार में लोेगों को कोरोना महामारी से बचाव हेतु सभी नियमों का पालन करने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं। कला परिषद के मीडिया प्रभारी ने बताया कि शिल्प मेले में आने वाले सभी लोगों को मास्क पहनने तथा कोविड से बचे रहने का अनुरोध किया जा रहा है। इसके लिए हाथ में सैनीटाईजर तथा मास्क पहने हुए हरियाणवी ताउ का दृश्य तैयार किया गया है। जहां आने वाले दर्शक फोटो खिंचवाने के साथ साथ मास्क पहनने के नियम की पालना भी कर रहे हैं।
चित्रकला प्रदर्शनी में दिखी नारी की महत्ता
कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की प्रभारी रेनू हुड्डा तथा कला परिषद की ललित कला समन्वयक सीमा काम्बोज द्वारा आयोजित चित्रकला प्रदर्शनी में नारी की महत्ता को दर्शाया गया है। तीस चित्रों में अधिकतर चित्र महिलाओं की ख्याति को बयान कर रहे हैं। इस संदर्भ में सीमा काम्बोज ने जानकारी देते हुए बताया कि नारी अपराजिता है जो युगो-युगों से सृष्टि को सम्भाले हुए हैं।
कईं धातु के मेल से सजी मूर्तिशिल्प प्रदर्शनी
आर्ट एण्ड कल्चरल विभाग हरियाणा के कला अधिकारी हृद्य कौशल द्वारा लगाई गई मूर्तिशिल्प प्रदर्शनी में कईं धातुओं का मेल दिखाई दे रहा है। एक ओर जहां लोहे से बने शिल्प कईं दृश्यों को प्रदर्शित कर रहे हैं, वहीं दूध के बर्तन पर बिठाया गया हाथी देसां मां देस हरियाणा, जित दूध दही का खाणा को परिलक्षित कर रहा है। कौशल के अनुसार दूध के बर्तन पर हाथी बिठाये जाने का आशय दूध के गुणों से मजबूत बनने का है।