न्यूज डेक्स संवाददाता
लाडवा,7 अगस्त। संजय गांधी मैमोरियल पब्लिक स्कूल लाडवा व अन्य शिक्षण संस्थाओं के प्रधान तथा समन्वयक और पूर्व जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी कुरुक्षेत्र के पवन गर्ग ने स्व. श्री ओम प्रकाश जिन्दल जी के जन्मदिन के अवसर पर संजय गांधी मेमोरियल पब्लिक स्कूल लाडवा के प्रांगण में त्रिवेणी और तुलसी के पौधे लगाए। गर्ग ने स्व. श्री ओम प्रकाश जिंदल जी की प्रतिमा पर अपने कर कमलों से पुष्पाँजलि अर्पित की तथा उनके कार्यों को याद करते हुए उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला एवं कहा कि – श्री ओम प्रकाश जिन्दल जी हरियाणा के ऊर्जा मंत्री रहे हैं और 11वीं लोकसभा के सदस्य भी रहे। मैन ऑफ स्टील के अलंकरण से सुशोभित जिंदल जी तकनीकी एवं इंजीनियरिंग कार्यों में अत्यधिक रूचि रखते थे। उन्होंने तकनीकी एवं इंजीनियरिंग की कोई विधिवत् शिक्षा तो नही ली थी लेकिन इन विषयों के प्रति गहरे लगााव और गहन अभिरूचि ने उन्हें एक सफल उद्योगपति बनाया। वे सर्वप्रथम किसान थे, फिर साधारण व्यापारी, उसके बाद बाल्टी निर्माता और अंत में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के उद्योगपति एवं हरियाणा के लोकप्रिय नेता हुए।
जिंदल उद्योग समूह के संस्थापक श्री ओम प्रकाश जिंदल का जन्म 7 अगस्त 1930 में हरियाणा राज्य के गांव नलवा जिला हिसार में एक किसान परिवार में हुआ। लेकिन उन्हें बचपन से ही मशीनों में रूचि थी। कोलकता के पास में लिलुआ नामक स्थान में पाइप बेंड अैर सॉकेट बनाने की एक फैक्टरी लगाई। यह सबसे पहली औद्योगिक ईकाई थी, जिसे ओम प्रकाश और उनके भाईयों ने 1952 में स्थापित की और इसका नाम जिंदल इण्डिया लिमिटेड रखा गया। टाटा और कलिंग के बाद, भारत में अपनी तरह की तीसरी फैक्टरी थी। इस उपलब्धि के चलते श्री ओम प्रकाश जिंदल पष्चिम बंगाल और पूर्वी भारत में लोकप्रिय हो गए। यहाँ कुछ सालों तक काम करने के बाद 1960 में अपने पैतृक जिला हिसार आ गए और एक नए उद्योग की शुरूआत की। उन्होंने 34 औद्योगिक ईकाईयां स्थापित कीं। इनमें से 30 भारत में, तीन अमेरिका में और एक इंडोनेशिया में स्थित हैं। अब इन ईकाईयों का संचालन उनकी पत्नी सावित्री जिंदल और चार पुत्र पृथ्वी राज जिंदल, सज्जन जिंदल, रतन जिंदल और नवीन जिंदल करते हैं।
श्री ओम प्रकाश जिंदल सन्1991 में पहली बार विधायक चुने गए। सन्1996 में कांग्रेस की टिकट पर कुरुक्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए। हिसार से दोबारा विधायक बनने के साथ ही ओम प्रकाश जिंदल ने प्रदेश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई। इसी दौरान अपने छोटे पुत्र नवीन जिंदल को 2004 में लोकसभा का चुनाव कुरुक्षेत्र धर्मनगरी से लड़ाया, जिसमें उनके पुत्र को विजय हासिल हुई, वर्ष 2005 में पुनः हिसार से विधायक के लिए खड़े हुए और जीत हासिल की। स्व. जिंदल को ऊर्जा मंत्री बनाया गया। राजनीति और जनसेवा करते हुए वे लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचे और इस संसार से विदा ले ली। इस अवसर पर रविंद्र बंसल,धर्मेंद्र खेड़ा, नरेंद्र शर्मा, सुनील, रविंद्र कश्यप, जय कुमार कश्यप, रामकिशोर और जोगध्यान शर्मा उपस्थित रहें।