खेल मंत्री ने आईओए से की हॉकी हरियाणा की मान्यता रद्द करने की मांग
राष्ट्रीय प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों के सोने की व्यवस्था की स्कूल के कमरों में
खिलाड़ी खुद कर रहे है सफाई, खिलाडिय़ों का नहीं हुआ कोरोना टेस्ट
खेलमंत्री ने फैडरेशन के द्वारा किए गए प्रबंधों की निंदा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा के खेल एवं युवा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि हॉकी हरियाणा की तरफ से जींद जिला में चल रही सब जूनियर हॉकी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देशभर से आए खिलाडिय़ों के लिए खाने, पीने, ठहरने, सोने सहित खेल मैदान और स्वास्थ्य सुविधाएं नियमानुसार उपलब्ध नहीं करवाई है। इतना ही नहीं हॉकी हरियाणा ने राष्टï्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए विभाग के साथ भी कोई सम्पर्क नहीं किया। इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के लिए बरती गई गम्भीर अनियमताओं को लेकर आईओए को कड़ा संज्ञान लेना चाहिए। इसके साथ ही हॉकी हरियाणा की मान्यता भी रद्द की जानी चाहिए।
खेलमंत्री संदीप सिंह ने रविवार को लघु सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हॉकी हरियाणा की तरफ से जींद जिला में 17 से 25 मार्च तक सब जूनियर राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में देशभर से सैंकड़ों खिलाड़ी पहुंचे है। इस प्रतियोगिता के दौरान हॉकी हरियाणा की तरफ से खिलाड़ियों के लिए किए गए प्रबंधों को लेकर लगातार शिकायते मिल रही है, इन शिकायतों में स्पष्ट किया गया है कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को स्कूल के कमरों में ठहराया गया है और सोने की व्यवस्था की गई है तथा जहां पर खिलाड़ी ठहरे हुए है, वहां पर सफाई व्यवस्था का भी बुरा हाल है, खिलाड़ी खुद पौछे और झाडू लगाकर सफाई कर रहे है।
इसके साथ ही खिलाड़ी आसपास के नलों पर जाकर कपड़े धो रहे है और स्नान कर रहे है। खेलमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया और खिलाड़ियों से मिली शिकायतों के अनुसार यह भी तथ्य सामने आए है कि खिलाडिय़ों का कोरोना टेस्ट भी नहीं किया और ना ही किसी के पास कोविड-19 को लेकर कोई टेस्ट रिपोर्ट है तथा कोविड-19 के नियमों की भी पालना नहीं की जा रही है। इस प्रतियोगिता में आयोजकों द्वारा मेडिकल सुविधाएं भी शून्य है।
इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के लिए आयोजकों द्वारा किए गए प्रबंधों की खेलमंत्री ने निंदा करते हुए कहा कि आईओए को कड़ा संज्ञान लेना चाहिए और हॉकी हरियाणा की मान्यता भी रद्द की जानी चाहिए, क्योंकि इस प्रकार के आयोजन से खेल सही दिशा में आगे नहीं बढ़ पाएगा। उन्होंने कहा कि आयोजकों की तरफ से विभाग के साथ भी कोई सम्पर्क नहीं किया गया जो कि एक गम्भीर विषय है। इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के लिए विभाग से सम्पर्क करना चाहित था, ताकि खिलाडिय़ों को नियमानुसार सुविधाएं मिल पाती।
उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले खिलाडिय़ों के भी कोरोना टेस्ट नहीं हुए है, ऐसे समय पर अगर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना था, तो आयोजकों को सही प्रबंध करने चाहिए थे। ऐसे लोगों के कारण ही खेलों को नुकसान होता है। इसलिए आईओए को दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। जब इस प्रकार के लोगों को सबक मिलेगी तभी खेल सहीं दिशा की तरफ आगे बढ़ेगा।