हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश व राजस्थान इत्यादि विभिन्न राज्यों से प्रतियोगिता में शामिल हुए विद्यार्थी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। देश के विभिन्न राज्यों में संस्कृत के प्रचार प्रसार के उद्देश्य से संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से जयराम विद्यापीठ में स्थित गीता शोध केंद्र में हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा राष्ट्रीय श्लोकोच्चारण व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। श्री जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य रणबीर भारद्वाज ने बताया कि प्रतियोगिता के शुभारम्भ से पूर्व विद्यापीठ के ट्रस्टी खरैती लाल सिंगला एवं प्रबंधक रोहित कौशिक द्वारा हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डा. दिनेश शास्त्री सहित अन्य विद्वानों एवं अतिथियों का स्वागत किया गया। प्राचार्य ने बताया कि आयोजन समिति द्वारा निर्धारित छन्दों में छन्द लक्षण सहित श्लोकोच्चारण प्रतियोगिता सम्पन्न हुई। इसके पश्चात प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जो काफी रोचक रही।
इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को विभिन्न ग्रुपों में विभाजित कर के वेद, उपनिषद, गीता, रामायण एवं सामान्य ज्ञान के प्रश्न दिए गए। इस प्रतियोगिता में भी विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। प्रतियोगिताओं के निर्णायक के तौर पर डा. विश्वम्भर शर्मा तथा डा. ज्योति शर्मा मौजूद रहे। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभागी विद्यार्थियों को क्रमश: 31 सौ रुपए, 21 सौ रुपए तथा 11 सौ रुपए अकादमी द्वारा दिए गए। दोनों प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को अकादमी द्वारा 100-100 रुपए की प्रतियोगिता राशि दी गई।
हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डा. दिनेश शास्त्री की अध्यक्षता में यह प्रतियोगिता कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। निदेशक डा. दिनेश शास्त्री ने कहाकि हरियाणा संस्कृत अकादमी संस्कृत के उत्थान, विकास एवं प्रचार के लिए हर स्तर पर प्रयासरत है। साथ ही उन्होंने इस मौके पर घोषणा करते हुए कहाकि प्रशासनिक सेवाओं में संस्कृत विद्यार्थियों की सहभागिता के लिए हरियाणा संस्कृत अकादमी संस्कृत के योग्य एवं उत्साही विद्यार्थियों का समूह बनाकर उन्हें देश के उच्चस्थ विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित करवाया जाएगा तथा इन विद्यार्थियों का सम्पूर्ण खर्च अकादमी द्वारा वहन किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर प्रो. श्री कृष्ण शर्मा तथा मुख्य वक्ता के तौर पर प्रो. शिव शंकर मिश्रा दिल्ली एवं डा. अशोक मिश्र अम्बाला मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में संस्कृत के अनेक विद्वान शामिल हुए। आचार्य मुकेश पाण्डेय, कमल शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, प्रवीण एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्य रणबीर भारद्वाज ने सभी अतिथियों एवं विद्वानों का धन्यवाद किया।